ट्रेन से घर ले जाए जा रहे गरीब, बेबस मजदूरों से भाजपा सरकार द्वारा पैसे वसूलने पर अखिलेश यादव ने इसे बेहद शर्मनाक करार दिया औऱ कहा कि पूंजीपतियों का अरबों माफ करनेवाली भाजपा अमीरों के साथ है और गरीबों के खिलाफ.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने राज्यों के काफी दबाव दिये जाने के बाद प्रवासी मजदूरों, छात्रों, श्रद्धालुओं को उनके प्रदेशों में वापस भेजने के लिए विशेष ट्रेन श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया है.
अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया कि समाज के सबसे ग़रीब तबके से भी घर भेजने के लिए सरकार को पैसे लेने थे तो PM Cares Fund में जो खरबों रुपया तमाम दबाव व भावनात्मक अपील करके डलवाया गया है, उसका क्या होगा?
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि अब तो आरोग्य सेतु एप से भी इस फंड में 100 रु वसूलने की ख़बर है.
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गौरतलब है कि आज सुबह प्रदेश के आठ सौ से अधिक श्रमिकों को लेकर महाराष्ट्र के नासिक से चली पहली विशेष ट्रेन बजे राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची. कोरोना वायरस से संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन के चलते ये श्रमिक 25 मार्च से नासिक में फंसे हुए थे.
देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान किसी दूसरे राज्य से प्रवासियों को लेकर उत्तर प्रदेश आने वाली यह पहली ट्रेन है.
इसी तरह बिहार में भी एक ट्रेन आयी है जिसमें करीब 1200 लोग दानापुर पहुंचे. वहां से उन्हें उनके पैतृक जिले के प्रखंडों के क्वारनटाइन सेंटर में भेजा गया है जहां उन्हें 3 हफ्ते रहना होगा. उशके बाद वे अपने घरों को जा सकेंगे.