जम्मू-कश्मीर के सदरे रियासत रहे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह ने कहा कि अमरनाथ यात्रा स्थगित करने और पर्यटकों को घाटी से वापस लौटने का परामर्श जारी करने के सरकार के अभूतपूर्व कदम से भय का माहौल बन गया है इसलिए सरकार को इसके कारणों के संबंध में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
डा़ कर्ण सिंह ने नई दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के साथ संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह 70 वर्षों से सार्वजनिक जीवन में हैं लेकिन ऐसे अभूतपूर्व कदम पहले कभी नहीं उठाये गये। अमरनाथ यात्रा रोक दी गयी है और पर्यटकों को कश्मीर से वापस जाने के लिए कहा गया है। राज्य में पहले से ही बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात होने के बावजूद 30 हजार अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजे गये हैं। इससे वहां भय और आशंका का माहौल बन गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ऐसा क्यों कर रही है इसका कोई कारण समझ में नहीं आ रहा है। सिर्फ बारूदी सुरंग या स्नाइपर राइफल मिलने से ऐसे कदम असाधारण कदम नहीं उठाये जा सकते। सरकार इस संबंध में कुछ भी नहीं बता रही है। उन्होंने कहा कि क्या कोई हमला होने वाला है या कुछ परिवर्तन किया जाने वाला है। सरकार को स्थिति साफ करनी चाहिए।
डा़ सिंह ने कहा , “ सरकार बताये। हम सब राष्ट्रवादी हैं। राष्ट्र की रक्षा करने के लिए कुर्बानी देने को तैयार हैं। ”
उन्होंने कहा कि देश- विदेश से लाखों लोग अमरनाथ यात्रा के लिए कश्मीर पहुंचे हुए हैं। इसे रोकने से इन शिव भक्तों को निश्चित रूप से झटका लगा होगा। पवित्र छड़ी मुबारक हर साल अमरनाथ ले जायी जाती है। पहले वह खुद इसको भेजने से पहले इसकी पूजा करते थे। नागपंचमी के दिन छड़ी की पूजा होनी है और पूर्णिमा के दिन वह पवित्र गुफा में पहुंचती है। अब उसका क्या होगा। इस बारे में भी कुछ पता नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार के इन कदमों से हजारों लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है। भावुक होते हुए उन्होंके कहा कि आधी रियासत तो पहले ही जा चुकी है और जो बची है उसमें भी ऐसे हालात पैदा हो गये हैं। सरकार को यह देखते हुए स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।