Amitabh व Shah Rukh ने ऐसा क्या कहा तिलमिला उठे अंधभक्त
हिंदी अखबार या तो डरे हुए हैं या बिके हुए। अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में अमिताभ और शाहरुख खान दोनों ने अंधभक्तों पर किया करारा हमला। पढ़िए क्या कहा-
हिंदी अखबार अपने पाठकों से ही धोखा कर रहे हैं। फिल्म जगत के दो महानायकों ने Amitabh Bachchan और Shah Rukh Khan ने अंधभक्तों, नफरती चिंटुओं और संकीर्ण मानसिकता पर जबरदस्त हमला किया, लेकिन हिंदी अखबारों की हिम्मत नहीं हुई कि इसे वे प्रकाशित करें।
कोलकाता में गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर सदी के दो महानायक अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान मौजूद थे। दोनों ने आज के दौर अंधराष्ट्रवाद पर जम कर हमला किया। अमिताभ बच्चव जो देश के वर्तमान हालात पर कम ही बोलते हैं, कल कहा कि देश में अंधराष्ट्रवाद फैल रहा है। उन्होंने अंग्रेजी में कहा-couched in fictionalised jingoism। जिंगोइज्म (अंधराष्ट्रवाद) पर हमला करते हुए उन्होंने भारतीय सिनेमा के बहुलता (प्लूरलिज्म) और परंपरा को बेशकीमती बताया। उन्होंने सत्यजीत राय की भी चर्चा की, जो अपने समय की विद्रूपताओं को सिनेमा के माध्यम से कहते रहे। मालूम हो कि हाल में द कश्मीर फाइल्स के नाम से फिल्म बनी थी, जिसमें अंधराष्ट्रवाद को बढ़ावा देते हुए एक खास समुदाय को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की गई थी, जिसकी अंतरराष्ट्रीय फिल्म समीक्षकों ने आलोचना की है।
शाहरुख खान ने तो खुल कर सोशल मीडिया की आलोचना की और कहा कि इसके जरिये नफरत फैलाई जा रही है। शाहरुख ने जोर देकर कहा कि सिनेमा की ताकत को देश के विभिन्न संस्कृति, रंग, जाति और धर्म के लोगों को एक दूसरे के निकट लाने, एक दूसरे को समझने के माध्यम के रूप में इस्तेमाल करने की जरूरत है।
Shahrukh Khan on social media, cinema and narrowness of mind.
— Mayuresh Konnur (@kmayuresh) December 16, 2022
pic.twitter.com/Ial2Z67Sij
शाहरूख खान ने खुल कर देश की विविधता की रक्षा, विविधता में एकता की बात की। दोनों महानायकों की बातें सामने आते ही सोशल मीडिया पर दोनों की खूब चर्चा हो रही है। भाजपा के अमित मालवीय अमिताभ बच्चन की एक बात जनाधिकार को लेकर कह रहे हैं कि अमिताभ बच्चन ने ममता बनर्जी को आईना दिखाया। हालांकि वे शाहरुख के बयान को अपने पक्ष में इस्तेमाल नहीं कर पा रहे।
शाहरुख ने यह भी कहा कि जितने भी पॉज़िटिव लोग हैं सब के सब ज़िंदा हैं, दुनिया चाहे कुछ भी कर ले।
इधर हिंदी अखबार अपने ही पाठकों के साथ धोखा कर रहे हैं। हिंदी अखबारों में पाठकों को सिर्फ यह बताया जा रहा है कि समारोह में किस प्रकार शाहरुख ने अमिताभ के पैर छूए, कौन-कौन मौजूद थे और किसने किसको किस किया। असली बाच छिपा जा रहे हैं। दोनों महानायकों की बातों के मर्म को कोलकाता से प्रकाशित द टेलिग्राफ ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है।
Soren ने किसे कहा सिर पटकते रह जाओगे, हमारा कुछ नहीं बिगड़ेगा