भारत सरकार में ऊंचे ऊंचे महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित करनेवाले तथा बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक एपी पाठक ने मानवता तथा गरीबों की सेवा का होली के अवसर पर एक बार फिर नजीर पेश किए।
उन्होंने सर्वप्रथम होली को अपने स्टाफ और पड़ोसियों के साथ धूमधाम से मनाया फिर अपने नौकरानी के बच्चे को गोद लिया।
उन्होंने संवाददाताओं से बताया कि नौकरानी के बच्चे को आजीवन वो शिक्षा और पालन पोषण खुद करते रहेंगे और उसके खर्चे का वहन करते रहेंगे। आपको ज्ञात हो कि एपी पाठक की बाबु धाम ट्रस्ट शुरू से ही गरीबों की सेवा करते आ रही है। अपने पैतृक क्षेत्र चंपारण में दलितों और गरीबों के लगभग आधा दर्जन बच्चों को एपी पाठक ने गोद ले रखा है।
जिसकी परवरिश एपी पाठक खुद के पैसे से करते है और उनकी पढ़ाई लिखाई का खर्चा उठाते है। ज्ञात हो कि थरुहट क्षेत्र के कुछ बच्चियों को एपी पाठक ने शिक्षा हेतु गोद ले रखा था जिसको निःशुल्क शिक्षा उन्होंने अपने बाबु धाम ट्रस्ट के माध्यम से दिलवाया ।
आज एपी पाठक के मदद से वो बच्चियां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सरकारी नौकरी को प्राप्त कर चुकी है।
जब हमारे संवाददाताओं ने एपी पाठक से बात किया तो उन्होंने बताया कि नौकरानी का बच्चा उनके बच्चे के साथ खेलता है और नौकरानी उस बच्चे के बेहतर शिक्षा नहीं दे सकती इसलिए उन्होंने उस बच्चे को गोद ले लिया।
एपी पाठक ने बताया कि उनके जीवन का सार है गरीबों ,जरूरतमंदों और युवाओं को हरसंभव मदद करना और उनको आगे बढ़ाना।