तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट के विवाद के बीच भारत सरकार के पुर्व नौकरशाह सह बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक एपी पाठक ने मिडिया को बताया कि देश में मंदिरों की पवित्रता और भक्तों की भावनाओं का पुरा सम्मान होना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि मिलावट करनेवाले आपूर्तिकर्ता समूह पर कठोर कारवाई होनी चाहिए जिससे देश में नजीर पेश हो।
आपको बताते चले कि एपी पाठक शुरू से ही धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक छवि के रहें है। वो सभी धर्मों का सम्मान करते है साथ ही उन्होंने आस्था को सदैव महत्व दिया है। लोक आस्था को सर्वोपरि मानते हुए उन्होंने कहा कि भारत लोकतांत्रिक देश है और यहां सभी धर्मों का आदर और महत्व दिया जाता है।
उन्होंने अपने वक्तव्य में बताया कि उनके द्वारा स्थापित बाबु धाम ट्रस्ट चंपारण और देश के अन्य हिस्से में सामाजिक और सांस्कृतिक जागरूकता करते रहती है। समाज को एक सूत्र में पिरोकर सामाजिक ताने बाने को मजबूत करते हुए बेहतर समाज बनाने हेतु उनकी बाबु धाम ट्रस्ट लगातार काम करती है। चूंकि मामला भक्तों और आस्था से जुड़ी है इसलिए एपी पाठक ने कहा कि सरकार इसे गंभीरता से लेकर जांच करा, कारवाई करने की कोशिश करें।
आपको बताते चलें कि समाजसेवी एपी पाठक होली,दिवाली, ईद और क्रिसमस जैसे महत्वपूर्ण और पवित्र त्योहारों पर चंपारण के सभी विधानसभाओं में घूमकर लोगों के बीच आत्मीयता से मिलन जुलन कार्यक्रम करते रहते है। और थरुहट के थारू बहुल आदिवासी लोगों के बीच उनके कुलदेवता के पूजन कार्यक्रम में भी भौतिक रूप से मौजुद रहते है।
एपी पाठक ने मिडिया से बताया कि सबसे बड़ा धर्म गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा है साथ ही लोगों का मौलिक कर्तव्य है कि सभी लोग सभी धर्म के भक्तो के भावनाओं का आदर करें और एक बेहतर राष्ट्र का निर्माण करें तभी हमारा देश सदैव की भांति सम्यक और बेहतर सांस्कृतिक पुनर्जागरण का भी बेहतर केंद्र बनेगा।