भारत सरकार में नौकरशाह रहे तथा बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक एपी पाठक और उनकी पत्नी बाबु धाम ट्रस्ट की अध्यक्षा मंजूबाला पाठक चंपारण दौरे पर हैं जहां वो लोक आस्था का महापर्व छठ को पूरे रीति रिवाज और धूमधाम से मनाया।
इस दौरान उन्होंने डूबते सूर्य और उगते सूर्य को अर्घ्य दिया।साथ ही सभी छठव्रतियों के बीच प्रेम और सौहाद्र बांटा।
इससे पूर्व उन्होंने अपने मातृभूमि बड़गो में ज़रूरतमंद छठ व्रतियों के बीच साड़ी,फल , सूप, चलनी और ज़रूरतमंद चीजों का वितरण किया और सभी को अग्रिम बधाई और शुभकामनाएं दिया।
साथ ही पूर्व में नरकटियागंज और रामनगर विधानसभा के कई छठ घाटों का निरीक्षण किया और अपने बाबु धाम ट्रस्ट के द्वारा आवश्यक और जरूरी आर्थिक मदद और सुविधाएं उपलब्ध कराया।
एपी पाठक और मंजूबाला पाठक ने छठ पुर्व कई घाटों की सफाई किया और आवश्यक सुरक्षात्मक तैयारियों का जायजा लिया।
साथ ही प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारियों से मिलकर महत्वपूर्ण छठ घाटों पर आवश्यक मानवीय बल और फायर ब्रिगेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु परिचर्चा किया।
अपने बाबु धाम ट्रस्ट के बैनर तले उन्होंने छठ तैयारियों और घाटों की सौंदर्यीकरण में लगे युवाओं से एपी पाठक ने सपत्नीक संवाद स्थापित किया और सामाजिक कार्यों में बढ़चढकर हिस्सा लेने पर युवाओं को हौसला अफजाई किया।
साथ ही एपी पाठक और मंजूबाला पाठक ने क्षेत्र में लोगों से मिलन जुलन कार्यक्रम किया और छठ पूजा के पहले और छठ पूजा उपरांत सामाजिक कार्यों में बढ़चढकर हिस्सा ले रहे हैं।
आपको बताते चलें कि समाजसेवी एपी पाठक और उनकी धर्मपत्नी मंजूबाला पाठक हर वर्ष छठ पूजा पर अपने मातृभूमि बड़गो में छठव्रतियों के बीच पूरे पारंपरिक रीतियों और तरीकों से छठ पूजा मानते रहे है।
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छठ का प्रसाद बनाते है, ब्राह्मणों, गरीबों, दलितों और जरूरतमंदों को चिन्हित कर उनकी मदद करते हैं। साथ ही थरुहट क्षेत्र की अनुसूचित और आदिवासी महिलाओं के बीच उनसे मिलकर उनकी सहायता करते और उनके समस्याओं का समाधान करते हैं। और सभी लोगों के बीच छठ घाटों पर मिलते रहते है और किसानों, युवाओं, महिलाओं और बेसहारा लोगों के बीच उनके समस्याओं को सुनते है और उनके साथ समय बिताते हैं।
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