आरक्षण खत्म करने का नया पैंतरा ले रही भाजपा : तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने देश के पिछड़ों को आगाह किया। कहा, भाजपा बदली नहीं है। पिछड़ों के खिलाफ लंबी योजना बनाई है। आरक्षण समाप्त करने के लिए नया पैंतरा लिया है।
कुमार अनिल
बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भाजपा-संघ और उसके नेतृत्व में केंद्र की मोदी सरकार पर आज फिर हमला बोला। उन्होंने देश के पिछड़ों को मोदी सरकार से सचेत करते हुए कहा कि केंद्र सरकार पिछड़ों के खिलाफ एक दीर्घकालिक साजिश पर काम कर रही है। भाजपा पहले भी आरक्षण के विरुद्ध रही है। 2015 में संघ प्रमुख का बयान याद होगा। अब उसने आरक्षण को समाप्त करने के लिए नया पैंतरा लिया है। इस संबंध में तेजस्वी के नए ट्वीट को गौर से पढ़ना जरूरी होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संपदा बेचने के खिलाफ संघर्ष और सामाजिक न्याय की लड़ाई दो भिन्न चीजें नहीं हैं।
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री की एनएमपी (नेशनल मोनिटाइजेशन पाइपलाइन) की व्याख्या एक बिल्कुल नए संदर्भ के साथ की। अब तक इसे #IndiaOnSale मानकर देश की अर्थव्यवस्था के साथ जोड़कर देखा जा रहा था। तेजस्वी ने इसे सामाजिक न्याय से जोड़कर देश के पिछड़ों को आगाह किया है।
तेजस्वी यादव ने आज ट्वीट किया- केंद्र सरकार की निजीकरण द्वारा सरकारी नौकरियों को समाप्त करने तथा सरकारी नौकरियों एवं सार्वजनिक उपक्रमों में वंचित वर्गों के आरक्षण को ख़त्म करने की एक दीर्घकालिक भयावह योजना है।
जब रेलवे, बीएसएनएल, बीमा सहित हर सरकारी उपक्रम को निजी क्षेत्र के लिए खोल दिया जा रहा है, तो आरक्षण केवल संविधान में रह जाएगा।
तेजस्वी यादव का ट्वीट उस अर्थ में भी महत्वपूर्ण है, जिसमें संसंद में खुद प्रधानमंत्री ने कहा था कि सारे काम क्या ‘बाबू’ ही करेंगे। उसके बाद लैटरल इंट्री के जरिये निजी क्षेत्र के लोगों को सीधे सरकारी क्षेत्र के उच्च पदों पर रखने का रास्ता खोल दिया गया। यहां भी पिछड़े और कमजोर वर्ग का हक मारा गया। अब इसी का विस्तार निजीकरण में देखने को मिलेगा। इस तरह राजद ने साफ कर दिया कि ‘देश बेचने के खिलाफ’ संघर्ष और वंचित वर्ग का संघर्ष दो अलग चीजें नहीं हैं।