बिहार के अररिया में उद्घाटन से पहले ही पुल के दो पिलर धंस गए। इसी के साथ पुल निर्माण की क्वालिटी तथा भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। अररिया के सिखटी प्रखंड में बकरा नदी पर बन रहा पुल ध्वस्त हो गया है। राज्य सरकार ने जांच के आंदेश दिए हैं, वहीं विपक्ष ने नीतीश सरकार पर निर्माण कार्यों में कमीशनखोरी का आरोप लगाया है। पुल का निर्माण 12 करोड़ रुपए की लागत से हो रहा है।
अररिया के सिखटी प्रखंड के पड़रिया घाट पर पुल का निर्माण हो रहा था। पहले और दूसरे चरण में कुल आठ पिलर बनाए गए थे, जो सभी सुरक्षित हैं। इन पिलरों का निर्माण पुल निगम ने किया था। वहीं तीसरे चरण में आठ पिलर बने, जिनमें दो धंस गए। बिहार में निर्माणाधीन पुलों के धंसने की घटनाएं एक के बाद एक हो रही हैं। इससे पहले मार्च में सुपौल में कोसी नदी पर बन रहे पुल का स्लैब गिर गया था। पिछले साल सुल्तानगंज में गंगा पर बन रहे पुल का हिस्सा धंस गया था।
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नीतीश का अजीब व्यवहार, दो मंत्रियों का सिर पकड़ टकराया
आपको याद दिला दें कि इसी तरह बंगाल में पुल का एक हिस्सा गिरने पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। अब बिहार में पुल धंसने पर जदयू और भाजपा के सारे नेता चुप हैं, लेकिन सोशल मीडया में आम लोग नीतीश सरकार पर कमीशनखोरी का गंभीर आरोप लगा रहे हैं। लोगों का कहना है कि पुल धंसने के बाद इस मामले की भी लीपापोती कर दी जाएगी। दिखाने के लिए एक-दो अभियंता सस्पेंड हो जाएंगे, फिर मामला शांत होने पर वे काम पर लौट आएंगे।