फिर लाइव शो में झूठ बोलते पकड़े गये अर्णब गोस्वामी
अर्णब गोस्वामी पत्रकारिता के नाम पर बेशर्मी से झूठ बोलते अकसर पकड़े जाते हैं. लेकिन फिर अगली बार वहउसी बेशर्मी से झूठ फैलाने के लिए कुख्यात हैं.
विगत 15 सितम्बर को अर्णब ने रिपबल्कि टीवी के शो में दावा किया कि उनके पास पुख्ता सुबूत हैं कि काबुल के सेरिना होटल के पांचवें तल्ले पर आईएसआई के अफसरान ठहरे हुए हैं. अर्णब ने इस बात पर पाकिस्तान के सत्ताधारी दल के नेता अब्दुस्समद याकूब से स्पष्टीकरण मांगा. अर्णब ने अपने झूठे दावे को प्रमाणिक बनाने के लिए यहां तक कह डाला कि वह ये भी बता सकते हैं कि आईएसआईए के अफसरान किस कमरे में ठहरे हैं और उन्होंने वहां क्या-क्या खाना खाया.
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अर्णब के इस दावे की तब धज्जी उड़ गयी जब याकूब ने उन्हें जवाब में कहा कि काबुल के सेरिना होटल में पांचवा तल्ला है ही नहीं. याकूब के इस जवाब को सुनने के बाद अर्णब का चेहरा पीला पड़ गया और वह अपने झूठ पर शर्मिंदा होने से बचने के लिए हंस कर टालने की कोशिश करने लगे.
इस शो का विडियो पिछले चार दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और अर्णब गोस्वामी की जगहंसाई हो रही है.
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गौरतलब है कि अर्णब गोस्वामी अनेक बार लाइव शो में झूठ और प्रोपगंडा फैलाते हुए पकड़े गये हैं. पिछले वर्ष कोरोना महामारी के प्रसार में अर्णब ने बड़े ही बेशर्मी से साम्प्रदायिक उन्माद फैलाने के लिए तबलीगी जमात पर गंभीर आरोप लगाये थे. उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग की थी कि उसके नेता को गिरफ्तार किया जाये. लेकिन अदालत ने उनके आरोपों पर कड़ी चेतावनी दी थी.
इस मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट ने निर्णय दिया थी कि तब्लीगी जमातियों के ऊपर कोरोना संक्रमण फैलाने का इलज़ाम गलत है और उन्हें बलि का बकरा बनाया गया.
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हाई कोर्ट ने मीडिया प्रोपेगंडा की कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए कहा था कि कोरोना महामारी जैसी वैश्विक आपदा के समय ऐसा नहीं किया जाना चाहिए था।
अर्णब गोस्वामी हिंदू-मुस्लिम के बीच घृणा फैलाने की अकसर कोशिश करते हुए पाये गये हैं. उनके खिलाफ नफरत भड़काने के मामले में पटना और जयपुर में केस भी हुआ था. अर्णब अपने शो में वैसी बड़ी हस्तियों को भी अपमानजनक शब्दों और हाव भाव से ठेस पहुंचाते हैं जो भाजपा के खिलाफ हैं. उन्होंने एक बार अपनी आस्तीन समेटते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्भव ठाकरे पर भी निशाना साधा था.
अर्णब अपने रवैये के कारण अनेक बार गिरफ्तार भी किये जा चुके हैं. इतना ही नहीं अर्णब का कुछ साल पहले एक चैट वायरल हुआ था जिसमें वह पुलवामा अटैक पर जश्न मनाने की बात करते पाये गये थे. इस हमले में 78 जवान शहीद हुए थे.