जतना दल राष्ट्रवादी के राष्ट्रीय संयोजक अशफाक रहमान ने कहा है कि मदिरालय खोलने पर उमड़ी भीड़ से कोरोना संकट और गहरा हो गया है. इसलिए मदिरालय को बंद कर के मस्जिदों व शिवालयों के दरवाजे खोलना चाहिए ताकि कोरोना की वबा की समाप्ति के लिए दुआ की जा सके.
अशफाक़ रहमान ने कहा है कि अभी वैश्विक महामारी कोरोना का ख़तरा कम नहीं हुआ है,ऐसे में शराब दुकान खोलने का निर्णय उचित नहीं है.केंद सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिये.
लाखों कामगारों की भुखमरी पर पर्दा डालने के लिए मरकज को बनाया इश्यु- Ashfaque Rahman
केंद सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिये.महामारी के दौर में जहां करोड़ों लोग भूखे रहने को विवश है,शराब उतना ज़रूरी नहीं है.यह समझ से परे है कि सरकार इस तरह का निर्णय क्यों ले रही है?
शराब छोड़ कर सरकार को परिवार और समाज बचाने की चिंता होनी चाहिए.जब चालीस दिनों से लोग शराब नहीं पी रहे तो सरकार का यह प्रयास होना चाहिये कि लोग हमेशा के लिए शराब पीना ही छोड़ दें.
सरकार को इसमें ज़्यादा व्याकुल होने की जरूरत क्या है?नीतीश कुमार की सरकार इसके लिए धन्यवाद के पात्र है कि बिहार में पहले से शराबबंदी है.
कोरोना के बहाने ही सही यह अच्छा मौक़ा है कि देश भर में शराबबंदी लागू कर दी जाये.शराब दुकान खोले जाने से संबंधित गाईडलाईन पर अशफाक़ रहमान कहते हैं कि शराब दुकान खुलने से महामारी का ख़तरा बढ़ेगा.सोशल डिस्टेंस को लेकर ही देश भर में प्रार्थना घरों मंदिर,मस्जिद,गुरुद्वारा,चर्च को बंद कर दिया है.जबकि आज दुआ की सबसे अधिक आवश्यकता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कहा कि रमज़ान में पहले से ज़्यादा इबादत और दुआकरें ताकि ईद से पहले सब ठीकहोजाए.
अशफाक़ रहमान का कहना है कि जब मदिरालय खोला जा सकता है तो उससे पहले इबादत और दुआ के लिए प्रार्थना घरों के भी खोल देना चाहिये.क्योंकि दुनिया कोरोना की दवा खोज पाने में नाकाम है.
अशफाक ने कहा कि यह अल्लाह का अज़ाब है.अब दुआ ही इसका हल है.सभी धर्म के लोगों को सर्वशक्तिमान के आगे झुकना होगा,गिड़गिड़ाना होगा.तभी कोरोना से दुनिया को निजात मिल सकेगी.
मदिरालय खोल कर अल्लाह को और नाराज़ नहीं करना चाहिये.खोलना ही है तो महीनों से बंद पड़े अल्लाह के घरों को खोल दीजिये.