स्वतंत्रता संग्राम के शहीद अशफाकुल्लाह खान, शहीद रामप्रसाद बिस्मिल और शहीद ठाकुर रोशन सिंह की शहादत दिवस के मौके पर पटना के तिब्बी कॉलेज के सभागार में सैयद नसीर अहमद द्वारा लिखित ‘पंडित रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाकुल्लाह खान – हिन्दू मुस्लिम एकता के जिंदा मिसाल’ नामक किताब का विमोचन हुआ.
और कुछ इतिहास के शोधार्थी युवाओं ने सम्पूर्ण क्रांति नामक एक वेब पोर्टल के साथ मिलकर इन शहीदों के क़ुर्बानियों को याद किया तथा उनके दर्शन और शिक्षाओं को युवाओं के बीच मे रखा ।
आज के परिपेक्ष्य में भारत मे उत्पन्न परिस्थितियों में बिस्मिल और अशफाकुल्लाह की दोस्ती और उनकी जीवन संघर्ष से प्राप्त शिक्षा का महत्त्व काफी बढ़ जाता है। हम कैसे वर्तमान समय मे भारत मे उत्पन्न साम्प्रदायिकता और सामुदायिक वैमनस्यता को कम करें इस पर पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी , समस्तीपुर से विधायक श्री अख्तरुल इस्लाम शाहीन , विधायक रामानुज राय , श्री अहमद अली तमन्ने , युवा नेता महताब आलम , इतिहास में गहरी दिलचस्पी लेने वाले इंजीनियर उमर अशरफ इत्यादि वक्ताओं ने अपने विचार रखे ।
शिवानंद तिवारी ने साम्प्रदायिकता के बढ़ते ज़हर को रोकने के लिए अशफाकुल्लाह और बिस्मिल की जीवनी से जुड़ी किताबों को युवाओं को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया और व्हाट्सएप के जरिये देश मे गलत इतिहास और इतिहास की गलत व्याख्या करने वालों से सावधान रहने की जरूरत बताई ।
उन्होंने कहा कि धर्म जोड़ने की चीज है तोड़ने की नही लेकिन विधर्मी लोग धर्म का इस्तेमाल लोगों के अलगाव पैदा कर रहे हैं । विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने समाज मे मौजूद विभाजनकारी तत्व को खत्म करने और हिन्दू मुस्लिम एकता पर जोड़ दिया।
विधायक रामानुज राय ने भी शहीदों को स्मरण करते हुए समाज मे सद्भाव के साथ रहने का संदेश दिया और कहा तभी हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्र निर्माताओ के सपनो का भारत बना पाएंगे । युवा नेता महताब आलम ने युवाओं को झकझोरते हुए कहा कि हम आज उन शहीदों के नक्शे कदम पर चलकर समाज मे इंक़लाब लाने की जरूरत है । धन्यवाद ज्ञापन रंजन यादव ने किया उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि हमे अच्छे संदेशों को लोगो तक पहुंचना चाहिए । उन्होंने देश के वर्तमान सूरत हाल पर रोशनी डालते हुए कहा कि आज हमारी मौलिक स्वतन्त्रता का हनन हो रहा है , लोगों को दबाया जा रहा है । हमें जागरूक होना है और इन संघर्षो के जरिये हम युवाओ में बेहतर ऊर्जा का प्रवाह कर एक बेहतर भारत बना सकते हैं ।