बिहार में भले ही युवाओं को नौकरी नहीं मिले, पर मंत्री जी ने प्रोफेसर की परीक्षा पास कर ली है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी मंत्री 58 साल के डॉ. अशोक चौधरी ने असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए इंटरव्यू दिया और पास भी कर गए। वे राजनीति शास्त्र पढ़ाएंगे। फिलहाल कॉलेज का आवंटन नहीं हुआ है। अगले 15 दिनों में विवि और कॉलेज का आवंटन हो जाने की संभावना है। मंत्री के प्रोफेसर बनने को लेकर राजनीतिक हलकों में एक बार फिर तरह-तरह की चर्चा होने लगी है।
प्रदेश में दामाद आयोग और जीजा आयोग की चर्चा अभी ठंडी भी नहीं पड़ी है कि नीतीश कुमार के मंत्री अशोक चौधरी के प्रोफेसर बनने की खबर से हंगामा हो गया। कांग्रेस ने कहा कि बिहार में भले ही नौजवानों को नौकरी नहीं मिले, लेकिन मंत्री जी अब प्रोफेसर हो गए हैं। राजद ने कहा कि मुख्यमंत्री अचेत अवस्था में है। उन्हें पता ही नहीं है कि उनके शासन में क्या हो रहा है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि भूंजा पार्टी को मालूम हो गया है कि उनकी सरकार जा रही है। इसीलिए एक तरफ तरह-तरह की घोषणाएं कराई जा रही हैं, वहीं सभी नेता अपने-अपने सगे संबंधियों को सेट करने में लग गए हैं। नीतीश कुमार की सत्ता चरमरा गई है। पूरी तरह से अराजकता की स्थिति है।
इधर जदयू और भाजपा कार्यकर्ता दबे स्वर में मंत्री के प्रोफेसर बनने पर निराशा जता रहे हैं। एक नेता ने कहा कि अब कार्यकर्ताओं की सुनने वाला कोई नहीं है। जदयू के एक अन्य नेता ने निराशा जताते हुए पार्टी के भविष्य पर चिंता जताई। कहा कि चुनाव के बाद क्या होगा, कह नहीं सकते।