लोकसभा चुनाव के लिए BJP ने बिहार के प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। राज्य में हिंदुत्व के उग्र चेहरा रहे अश्विनी कुमार चौबे बेटिकट हो गए हैं। गिरिराज सिंह बेगूसराय से टिकट पाने में सफल रहे हैं।
आज की बिहार BJP वह नहीं है, जो 10 साल पहले हुआ करती थी। तब बिहार BJP के चेहरा सुशील कुमार मोदी थे। आज वे एक तरह से मार्गदर्श मंडल में ही हैं। अब उन्हीं की पीढ़ी के अश्विनी कुमार चौबे भी बेटिकट हो गए हैं। भाजपा ने चार वर्तमान सांसदों का टिकट काट दिया है।
भाजपा ने अपने सभी 17 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। पार्टी ने नवादा से विवेक ठाकुर और बेगूसराय से गिरिराज सिंह को टिकट दिया है। पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद और पाटलिपुत्र सीट से रामकृपाल यादव फिर टिकट पाने में सफल रहे हैं। बक्सर से मिथिलेश तिवारी को उम्मीदवार बनाया गया है। मुजफ्फरपुर से राज भूषण निषाद को प्रत्याशी बनाया गया है। सासाराम सीट से छेदी पासवान का टिकट काटकर शिवेश राम पर भरोसा जताया गया है। शिवहर की सांसद रही रमा देवी को टिकट नहीं मिला है। यह सीट जदयू के पास चली गई है।
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अररिया से प्रदीप सिंह, मधुबनी से अशोक यादव, दरभंगा से गोपालजी ठाकुर, सारण से राजीव प्रताप रूडी, महारागंज से जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, प. चंपारण से संजय जायसवाल, आरा से आरके सिंह, उजियारपुर से नित्यानंद राय, औरंगाबाद से सुशील सिंह, पू. चंपारण से राधा मोहन सिंह को टिकट दिया गया है। भाजपा ने 17 में 10 सवर्ण को टिकट दिया है। भाजपा ने इस बार 10 सवर्णों को टिकट दिया है। 17 में पांच राजपूत, दो भूमिहार, दो ब्राह्मण, एक कायस्थ, तीन यादव, एक बनिया, एक दलित, दो अति पिछड़ा वर्ग को टिकट दिया गया है।