दंगा भड़काने के आरोप में केंद्रीय मंत्री के बेटे को पुलिस भागलपुर में खोज रही है जबकि उन्होंने पटना में न सिर्फ प्रेस कांफ्रेंस बुला कर पत्रकारों से बात की बल्कि सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चैलेंज करते हुए कह डाला कि वह एफआईआर को कूड़ेदान में डालते हैं.
चौबे के बेटे के इस गुस्ताखी और सीधे नीतीश कुमार को चुनौती देने के रूप में देखा जा रहा है. इसके बाद अब सबकी निगाहें मुख्यमंत्री की तरफ हैं क्योंकि उन्होंने कहा था कि किसी को भी उनकी सरकार साम्प्रदायिक सद्भावना बिगाड़ने की इजाजत नहीं देगी. इतना ही नहीं नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध उनका जो स्टैंड रहा है वही स्टैंड साम्प्रदायिक वैमनस्य फैलाने वालों के खिालफ है. वह किसी भी कीमत पर इसे बर्दाश्त नही ंकर सकते.
चौबे के बेटे शाश्वत ने नीतीश कुमार को खुले आम चुनौती देते हुए कहा कि वह कोई अपराधी नहीं है. और मैनें ऐसा कोई अपराध नहीं किया है जिसके लिए मुझे भागना पड़े.
. शाश्वत पर आरोप है कि उसने अपने कुछ लोगों के साथ मिलकर शोभा यात्रा निकाली और भागलपुर में दंगा भड़काया. इसके बाद भागलपुर पुलिस ने अश्विनी चौबे के बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया और उसे गिरफ्तार करने में लगी है.
याद रहे कि इस यात्रा के दौरान पहले साम्प्रदायिक माहौल बिगड़ा और फिर लूटपाट शुरू हो गयी. उधर इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया लेकिन दूसरे ही दिन एक भीड़ थाना पर हमला कर के हिरासत में लिये गये लोगों को छुड़ा कर ले गयी.
इन तमाम घटनाओं के बाद प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर हैं वह लगातार नीतीश कुमार को चुनौती दे रहे है ंकि अश्विनी चौबे को गिरफ्तार करके दिखायें. तेजस्वी लगातार कह रहे हैं कि नीतीश में इतना साहस नहीं कि वह दंगाई को गिरफ्तार कर सकें.
इससे पहले तेजस्वी ने ट्विट कर कहा था कि भागलपुर में दंगा करवाया गया। अररिया, दरभंगा के बाद अब भागलपुर। नीतीश कुमार इतने असहाय,बेबस और लाचार क्यों है? गृह विभाग नीतीश कुमार के पास है वो माहौल बिगाड़ने वाले ऐसे तत्वों और शक्तियों को प्रायोजित और प्रोत्साहित क्यों कर रहे है’?