असम पुलिस का तांडव, अल्पसंख्यकों पर फायरिंग 3 मरे, दरजनों घायल
असम के डारंग जिले में अल्पसंख्यक समुदाय के 800 घरों को अवैध बता कर ध्वस्त करने पर प्रदर्शन हुआ. प्रदर्शनकारियों पर पुलिस के जुल्म की सारी हदें पार हो गयीं.
इस दौरान पुलिस ने अंधाधुंध फायरिंग की जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गयी. जबकि दर्जनों लोगों को गोलियां लगीं हैं जो जिंदगी से जूझ रहे हैं.
सोशल मीडिया पर जो विडियो और फोटो आ रहे हैं वह दिल दहलाने वाले हैं. पुलिस की इस नर्मम कार्वाई से इलाके में जबरदस्त दहशत है.
A harrowing video from the Indian state of Assam. pic.twitter.com/0s0tNy8dND
— Ahmer Khan (@ahmermkhan) September 23, 2021
मुख्यमंत्री के भाई हैं जिले के एसपी
मालूम हो कि जिले के एसपी सुशांत विस्व सर्मा मुख्यमंत्री हेमंता विश्व सर्मा के भाई बताये जा रहे हैं. इस घटना पर राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि असम राज्य प्रायोजित आग में जल रहा है.
उधर जिले के एसपी सुशांत विश्व सर्मा ने कहा है कि भीड़ ने पुलिस पर हमला किया. जिसके बाद बल प्रयोग किया गया. लेकिन जब उनसे पूछा गया कि प्रदर्शन कारियों पर गोली चलाई जा रही है जिसका विडयो फुटेज भी सामने आ चुका है तो उनका कहना था कि यह इलाका काफी बड़ा है और जहां वह थे यह घटना वहां नहीं हुई. उन्होंने कहा कि इस घटना में 9 पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं.
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गौरतलब है कि असम सरकार कृषि प्रोजेक्ट के लिए 45 हजार बिगहा जमीन अधिग्रहण करना चाहती है. वहीं आम लोगों के 800 परिवारों के घर को ध्वस्त करने की कार्वाई चल रही थी. अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के परिवार विस्थापन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.
याद रहे कि असम की भाजपा सरकार यह आरोप लगाती रही है कि वहां बड़ी संख्या में अवैध रूप से बांग्ला भाषी मुसलमान रहते हैं.