अतीक मर्डर पर दो दिन बाद नीतीश-तेजस्वी ने तोड़ी चुप्पी, क्या कहा
पुलिस घेरे में अतीक अहमद के मर्डर पर दो दिन बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने तोड़ी चुप्पी। जानिए दोनों ने क्या कहा?
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पुलिस घेरे में अतीक अहमद और अशरफ के मर्डर के दो दिन बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने चुप्पी तोड़ी है। दोनों ने अलग-अलग मीडिया से बात करते हुए अतीक-अशरफ हत्याकांड पर यूपी की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में जनता दरबार कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए तल्ख अंदाज में कहा कि क्या कोई अपराधी है, तो उसे गोली मार दीजिएगा? न्याय व्यवस्था है या नहीं, संविधान है या नहीं? पुलिस की रक्षा में किसी की हत्या कर देना बहुत गलत बात है। कोई जेल में है और उसे जब मेडिकल जांच के लिए बाहर लाया जाता है, तो उसे सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है।
उधर, दिल्ली से पटना पहुंचने पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी पुलिस के घेरे में अतीक अहमद की हत्या पर यूपी की योगी सरकार की तीखी आलोचना की। कहा-उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का जनाज़ा निकल गया है! सज़ा देने के लिए कानून, संविधान और न्यायालय हैं! हमारे देश में प्रधानमंत्री तक की हत्या हुई है, पर दोषियों को सज़ा न्यायालय ने ही दिया…!
भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने अतीक की हत्या को घुमा-फिरा कर सही ठहराया। उन्होंने राजद-जदयू पर कहा कि अपराधी के मारे जाने से ये दुखी क्यों हैं? मोदी ने मूल सवाल को उड़ा दिया। सवाल अपराधी के पक्ष-विपक्ष का नहीं है, सवाल न्याय व्यवस्था का है। किसी अपराधी को सजा देना कोर्ट का काम है या किसी अपराधी का। इस तरह तो एक अपराधी दूसरे अपराधी को मारता फिरेगा। क्या इस प्रकार देश में कानून का राज के बदले अपराधी का राज नहीं हो जाएगा। सोमवार को यूपी यूपी के जालौन में 22 वर्षीय रोशनी अहिरवार की बीए का पेपर देकर घर लौटते वक़्त बाइक सवार 2 बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
अतीक अहमद की हत्या की खबर न सिर्फ देश में बल्कि विदोशी अखबारों में भी छपे हैं, जिसमें कहा गया है कि पुलिस की रक्षा में पूर्व सांसद की हत्या कर दी गई। हत्याकांड पर राजद, जदयू, कांग्रेस, सपा, बसपा सहित सभी प्रमुख दलों ने योगी सरकार का विरोध किया है।
अतीक हत्याकांड में कई सवाल घूम रहे हैं, जिनका उत्तर देनेवाला कोई नहीं है। अमूमन हत्या के बाद हत्यारों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करती है। इस मामले में कुछ ही देर बाद हत्याकांड में शामिल तीनों अपराधियों को जेल भेज दिया गया। जिस रिवाल्वर से हत्या की गई, वह भारत में प्रतिबंधित है। तुर्की का यह हथियार इन अपराधियों के पास कैसे पहुंचा। तीनों अपराधी तीन जिलों के हैं, वे एस साथ कैसे हुए। हत्याकांड का मास्टर मांइड कौन है। अतीक को पूरी सुरक्षा क्यों नहीं दी गई।
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