Babri Masjid: शहादत दिवस पर बिहार से बंगलोर तक देश्वायपी प्रोटेस्ट
SDPI सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया ने Babri Masjid की शहादत दिवस पर बिहार से बंगलोर तक बाबरी मस्जिद हम शर्मिंदा है/तेरे कातिल जिंदा हैं के नारों के साथ प्रोटेस्ट मार्च निकाला.
मनाया काला दिवस धरना प्रदर्शन
नौकरशाही ब्यूरो व कटिहार से नैयर शेख
6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद दिवस को लेकर आज एस डी पी आई(SDPI) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कटिहार के समाहरणालय गेट पर और पटना के कारिगल चौक पर धरना एवं प्रदर्शन का आयोजन किया तथा आज के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया.
SC मानता है कि Babri Masjid में मूर्ति रखना गलत था, मस्जिद तोड़ना गलत था, फिर हिंदुओं के पक्ष में फैसला क्यों
इस अवसर पर मुख्य रूप से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नसीम अख्तर जिला अध्यक्ष मोहम्मद जमीद आलम जिला सचिव कमर दानिश मोहम्मद अब्दुल रहमान नॉर्थ अध्यक्ष पी एफ आई एवं महबूब आलम प्रदेश अध्यक्ष पी एफ आई समेत सैकड़ों कार्यकर्ता कटिहार में उपस्थित थे.
जबकि पटना में एसडीपीआई के बिहार प्रदेश के महासचिव रेयाज अहमद के नेतृत्व में मदरसा शमसुल होदा से मार्च की शुरुआत की और पटना के कारिगल चौक पहुंचे.
इस अवसर पर बाबरी मस्जिद मालमे में कोर्ट के फैसले के हवाले से बताया गया कि कोर्ट ने बाबरी मस्जिद के विध्वंस को गलत बताया, 1949 में मस्जिद में मूर्ति रखने को गैरकानूनी बताया और 1992 में मस्जिद की शहादत को भी गैर कानूनी कहा लेकिन इसके बावजूद मस्जिद की जमीन को राम मंदिर के लिए दे दिया गया. यह फैसला हमें मंजूर नहीं. नेताओं ने मस्जिद शहीद करने वालों को सजा नहीं मिलने पर चिंता व्यक्त की.
धरना, प्रदर्शन
उधर कटिहार से नैयर शेख की रिपोर्ट के अनुसार लन कोढ़ा विधानसभा के जुबेर फैजी ने की जबकि अध्यक्षता पार्टी जिला अध्यक्ष मोहम्मद जमीद आलम ने की इस अवसर पर बोलते हुए जिला अध्यक्ष मोहम्मद जमील आलम ने आज दिन को काला दिवस मनाने पर विस्तृत चर्चा को और बाबरी मस्जिद की घटना को सबसे शर्मनाक घटना करार दिया उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी पक्षपात था इसलिए हम लोग मांग करते हैं कि दोबारा मस्जिद का निर्माण हो सभा को संबोधित करते हुए जिला सचिव कमर दानिश ने भी अफसोस का इजहार किया.
तथा उसी स्थान पर पुनः मस्जिद निर्माण को बात कही अब्दुल रहमान एवं महबूब आलम ने कहा कि हिंदुस्तान में मुसलमानों के साथ लगातार नाइंसाफी हो रही है हम आखिरी दम तक अपने हक और अधिकार के लिए लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद की शहादत मुल्क की तारीख का सबसे बेहतरीन दिन था.
प्रदेश अध्यक्ष नसीम अख्तर ने कहा कि मुल्क आज बेहतरीन हालात से गुजर रहा है मुल्क में नफरत की सियासत हो रही है मूल को तोड़ने वाली सक्रीय को बढ़ावा दिया जा रहा है उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद की लड़ाई अधिकार की लड़ाई है या आस्था की लड़ाई नहीं है सुप्रीम कोर्ट का फैसला गलत था उन्होंने आगे कहा कि हम इस दिन को कभी भूल नहीं सक