बच्ची Hijab पहनकर स्कूल गई, तो पीछे दौड़ा बदतमीज फोटोग्राफर
एक10-12 साल की बच्ची हिजाब पहनकर स्कूल पहुंची। शिक्षकों ने जाने दिया, पर फोटोग्राफर पीछे दौड़ा। बच्ची डरकर भागने लगी। बदतमीज फोटोग्राफर।
आज अलीगढ़ और कर्नाटक के दो वीडियो वायरल हैं। पहले कर्नाटक की बात। यहां एक स्कूल के गेट पर 10-12 साल की बच्ची हिजाब में पहुंचती है। उसका चेहरा खुला दिख रहा है, सिर्फ सिर पर उसके दुपट्टा है। उसे गेट पर मौजूद शिक्षिकाएं जाने देती हैं। बच्ची अपने क्लासरूम की तरफ जाने लगती है, तभी पीछे से एक फोटोग्राफर फोटो लेने के लिए दौड़ने लगता है। बच्ची पीछे मुड़कर देखती है। फोटोग्राफर को दौड़ता देख वह भी क्लासरूम की तरफ भागने लगती है। लेकिन फोटोग्राफर तेजी से उसके आगे पहुंचकर फोटो ले ही लेता है। इस वीडियो को देखकर लोग आहत हैं।
पत्रकार और यूट्यूबर साक्षी जोशी ने ठीक ही इस फोटोग्राफर के लिए सिर्फ दो शब्द कहे-बदतमीज फोटोग्राफर। मो जुबैर ने यह वीडियो शेयर किया है-
See how a School kid with Hijab is being followed/Chased by a “REPORTER” in Karnataka. 🤢#KarnatakaHijabRow pic.twitter.com/DSNDxXRcJW
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) February 15, 2022
मध्य प्रदेश में हिजाब पहनी छात्राओं को देखकर हुड़दंगियों ने जयश्रीराम के नारे लगाए। प्रेस के सामने खुलेआम धमकी दे रहे हैं। पत्रकार नाजिर हुसैन ने वीडियो शेयर किया है।
जयश्रीराम का नाम बदनाम करनेवाले इन हुड़दंगियों के कारण सिर्फ मुस्लिम बच्चियों की पढ़ाई में एकाग्रता खत्म नहीं हुई है, बल्कि हिंदू बच्चे भी नफरती नारों में पढ़ाई छोड़ चुके हैं। अलीगढ़ का एक वीडियो वायरल है , जिसमें क्लासरूम में आगे कई लड़के भगवा गमछा लपेटकर पढ़ाई की जगह मस्ती कर रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए पत्रकार प्रशांत टंडन ने स्वतंत्र पत्रकार अशराफ हुसैन के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा-उत्तर भारत का युवा अपना भविष्य चौपट कर रहा है नफरत की फ्रीलांसिंग में। अस्सी के दशक में ऐसे ही कुछ लोगों ने सिखों की दुकाने जलाई थी। सिख तो दोबारा खड़े हो गये, दूकान जलाने वाले नौकरी की उम्र निकल जाने के बाद नाली खड़ंजे के ठेकेदार ही बन पाये। यही हाल 1992 के कार सेवकों का भी रहा। जाहिर है, यह नफरती गैंग एक पूरी पीढ़ी को बर्बाद करने पर तुला है।
LJP के प्रदर्शन पर लाठीचार्ज, कई घायल, हिरासत में चिराग