बख्श दी गईं Sanitary Pads मामले में फूहड़ बयान देने वालीं IAS
बिहार की वरिष्ठ आईएएस हरजोत कौर बम्हारा के सैनिटरी पैड मामले में फूहड़ देने को राज्य सरकार ने उचित नहीं माना, पर कोई कार्रवाई भी नहीं की।
बिहार सरकार द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि 27 सितंबर को आयोजित सशक्त बेटी, समृद्ध बिहार विषय पर कार्यशाला के संदर्भ में हरजोत कौर व बम्हारा अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक महिला एवं बाल विकास निगम द्वारा की गई कथित टिप्पणियों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संज्ञान लिया। इस संपूर्ण प्रकरण की उच्च स्तरीय समीक्षा की गई। हरजोत कौर बम्हारा अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक महिला एवं बाल विकास निगम द्वारा उपरोक्त वक्तव्य में अभिव्यक्त की गई टिप्पणी राज्य सरकार की दृष्टि में उचित नहीं है।
इस घटना पर हरजोत कौर द्वारा अपनी भूल स्वीकारते हुए लिखित रूप में खेद भी व्यक्त किया गया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि उनका उद्देश्य किसी को नीचा दिखाना या भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था, बल्कि बालिकाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना था।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि बिहार सरकार बालिकाओं के सर्वांगीण विकास हेतु संकल्पित है। सरकार द्वारा बालिकाओं के सशक्तीकरण के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री बालिका स्वास्थ्य योजना अंतर्गत बालिकाओं को माहवारी स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए कक्षा 7 से 12 में पढ़ने वाली बालिकाओं को सैनिटरी नैपकिन हेतु प्रतिवर्ष 300 रुपए की राशि DBT के माध्यम से उनके खाते में उपलब्ध कराई जाती है। पिछले वर्ष 2021-22 में 40,67,450 बालिकाओं को इस योजना से लाभान्वित किया गया है। राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में बालक एवं बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना के अंतर्गत कक्षा 9 में नामांकित बालिकाओं को ₹3000 प्रति बालिका की दर से राशि उपलब्ध कराई जाती है।
मालूम हो कि हरजोत कौर के बयान की देशभर में चर्चा हुई और हर तरफ से लोगों ने इस वक्तव्य की आलोचना की। अब राज्य सरकार के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि मामला समाप्त हो जाएगा।
सैनिटरी नैपकिन : सरकार देती है पैसा, IAS हरजोत कौर को पता नहीं