बालाघाट के बाद अब उज्जैन में मतपेटी के सील टूटे होने का आरोप
बालाघाट के बाद अब उज्जैन में मतपेटी के सील टूटे होने का आरोप। डाक मतपत्रों में गड़बड़ी का मामला। कांग्रेस ने दर्ज कराई शिकायत।
मध्य प्रदेश के बालाघाट में स्टांग रूम में घुसने और डाक मतपत्रों का बंडल बनाते वीडियो वायरल होने के बाद अब तक दो अधिकारी सस्पेंड हो चुके हैं। अब नया मामला मध्य प्रदेश के ही उज्जैन से आया है। मतों की गिनती से कुछ घंटे पहले डाक मतपत्रों की पेटी सील नहीं लगे होने का मामला सामने आया है। इसके बाद नया हंगामा हो गया है। कांग्रेस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है। प्रशासन ने कहा कि गड़बड़ी का कोई मामला नहीं है। मतपत्र आते रहे हैं, इसलिए सील नहीं किया गया।
कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कहा कि बालाघाट के बाद अब उज्जैन में भी डाक मतपत्रों की गड़बड़ी का मामला सामने आया । उज्जैन के कोठी पैलेस के स्ट्रांग रूम में रखे महिदपुर विधानसभा क्षेत्र के डाक मतपत्रों की पेटी की सील टूटी मिली। इस संबंध में उन्होंने कई वीडियो भी जारी किए हैं।
बालाघाट के बाद अब उज्जैन में भी डाक मतपत्रों की गड़बड़ी का मामला सामने आया ।
— Arun Subhash Yadav (@MPArunYadav) December 2, 2023
उज्जैन के कोठी पैलेस के स्ट्रांग रूम में रखे महिदपुर विधानसभा क्षेत्र के डाक मतपत्रों की पेटी की सील टूटी मिली । pic.twitter.com/KeSAYaESsS
कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के चेहरा कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पियूष बबोले ने भी इस घटना का वीडियो जारी करते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने लिखा-*उज्जैन में मतगणना के पहले धांधली* उज्जैन के कोठी पैलेस स्ट्रांग रूम में डाक मतपत्र पेटी की सील टूटी पाई गई है। कांग्रेस प्रत्याशी एवं उनके प्रतिनिधियों ने कलेक्टर एवं मौजूद अधिकारियों को भी मतपत्र की टूटी हुई सीलें दिखाई और आपत्ति दर्ज कराई। चुनाव आयोग कब तक मौन रहेगा?
इससे पहले बालाघाट में भी गड़बड़ी का मामला सामने आ चुका है। पहले प्रशासन ने गड़बड़ी से इनकार किया था, लेकिन कई सवालों का उसके पास जवाब नहीं था। जैसे उम्मदवारों को बिना सूचना दिए स्ट्रांग रूम को खोलना मना है, फिर क्यों खोला गया। हंगामा होने के बाद आयोग ने दो अधिकारियों पर कार्रवाई की थी। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर बालाघाट के एसडीएम और उप जिला निर्वाचन अधिकारी गोपाल सोनी को सस्पेंड कर दिया गया था। कलेक्टर डॉ गिरीश मिश्रा ने गोपाल सोनी का निर्वाचन कार्य से जुड़ा प्रभार डिप्टी कलेक्टर राहुल नायक को सौंप दिया था। कांग्रेस ने इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बीजेपी उम्मीदवारों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था।
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