बताओ, कौन रोक रहा आक्सीजन, फांसी पर लटका देंगे : हाईकोर्ट

जहां सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आक्सीजन पर अगले सप्ताह सुनवाई करेंगे, वहीं दिल्ली हाईकोर्ट ने आज सख्त टिप्पणी की। कहा, जो आक्सीजन रोक रहा है, उसे लटका देंगे।

कल दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आक्सीजन रोकने को लोकर प्रधानमंत्री से जो शिकायत की और जिसे लाइव करने पर प्रोटोकॉल तोड़ना बताया जा रहा है, उसी संकट पर आज दिल्ली हाईकोर्ट ने बड़ी तल्ख टिप्पणी की। कहा, नाम बताओ, कौन अफसर आक्सीजन रोक रहा है, उसे फांसी पर लटका देंगे। दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस विपिन सांघी और जस्टिस रेखा पल्ली के बेंच ने दिल्ली में आक्सीजन की कमी पर सुनवाई करते हुए यह टिप्पणी की। दिल्ली हाईकोर्ट दिल्ली में आक्सीजन की सप्लाई कम होने के मामले पर एक अस्पताल की रिट याचिका पर सुनवाई कर रहा था।

दिल्ली हाईकोर्ट को दिल्ली सरकार ने बताया कि अगर दिल्ली को 480 मीटरिक टन आक्सीजन नहीं मिला, तो पूरी व्यवस्था ध्वस्त हो जाएगी। कई अस्पतालों ने आक्सीजन की कमी दूर करने की गुहार लगाई है। हजारों नए कोरोना मरीज रोज अस्पतालों में आ रहे हैं।

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इससे पहले अधिवक्ता समुदाय और न्याय विशेषज्ञों ने सुप्रीम कोर्ट के उस इरादे की आलोचना की, जिसमें कोविड-19 से जुड़े मामलों को हाईकोर्ट से सीधे सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर किए जाने की बात थी। देश के कई वरिष्ठ अदिवक्ताओं का कहना था कि हाईकोर्ट अपने राज्य की स्थिति बेहतर समझ सकते हैं। वहां के मामलों की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई क्यों? सुप्रीम कोर्ट में यह मामला तब आया जब मुंबई हाईकोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट ने आक्सीजन की कमी पर सुनवाई करते हुए कड़ा रुख दिखाया।

वरिष्ठ अधिवक्ता और पूर्व अटार्नी जेनरल ऑफ इंडिया मुकुल रहतोगी ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पूरी तरह असहमत हैं।

इधर, कल जब दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दिल्ली में आक्सीजन सप्लाई कम होने और पड़ोसी राज्यों द्वारा सप्लाई रोके जाने का मामला प्रधानमंत्री के सामने उठाया, तो इस पर कार्रवाई करने के बजाय देश में प्रोटोकॉल को मुद्दा बना दिया गया। इस प्रोटोकॉल की लड़ई में दिल्ली में आक्सीजन की कमी का मामला हवा हो गया।

By Editor