बीच चुनाव ममता ने सोनिया, तेजस्वी को क्यों लिखा पत्र
प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अप्रत्याशित रूप से आज देश के सभी प्रमुख गैरभाजपा नेताओं को पत्र लिखा। कहा, लोकतंत्र खतरे में है। सब साथ आएं।
कुमार अनिल
आज प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल के चुनाव को राष्ट्रीय पटल पर ला दिया। उन्होंने देश के सभी गैरभाजपा नेताओं को पत्र लिखकर कहा कि देश में लोकतंत्र खतरे में है। दो दिन पहले नंदीग्राम में भाजपा प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी ने ममता को बेगम कह कर संबोधित करते हुए कहा कि अगर बेगम सत्ता में आईं, तो वे बंगाल को मिनी पाकिस्तान बना देंगी। तृणमूल ने इस बयान के बाद कहा कि भाजपा बंगाल में धर्म के नाम पर तनाव पैदा करके चुनाव जीतना चाहती है।
ममता ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राजद नेता तेजस्वी यादव, शरद पवार, एमके स्तालिन, अरविंद केजरीवाल, उद्धव ठाकरे, नवीन पटनायक सहित देश के सभी प्रमुख गैरभाजपा नेताओं को पत्र लिखकर कहा- मैं पूरी गंभीरता से महसूस करती हूं कि देश में लोकतंत्र खतरे में है और अब समय आ गया है कि सारे दल भाजपा के खिलाफ एक मंच पर आएं। उन्होंने पत्र में लिखा है कि भाजपा लोकतंत्र की आत्मा और भारत की विविधता, संघीय ढांचे पर हमला कर रही है।
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ममता ने अपने पत्र में सबसे पहले दिल्ली सरकार का महत्व कम करनेवाले बिल पर अपनी बात कही है। कहा, भाजपानीत केंद्र सरकार ने वास्तव में दिल्ली में चुनी हुई सरकार के अधिकार छीन लिये हैं।
ममता ने तीन पन्ने के पत्र में आगे लिखा है कि एक के बाद एक राज्य में भाजपा बाधा खड़ी कर रही है। केंद्र सरकार की एजेंसियों सीबीआई, ईडी आदि का इस्तेमाल विरोधी दलों और गैरभाजपा सरकारों के खिलाफ कर रही है। तृणमूल नेताओं के घर लगातार ईडी के छापे मारे जा रहे हैं। ऐसा ही तमिलनाडु में डीएमके के खिलाफ किया जा रहा है।
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प. बंगाल में राज्यपाल इस तरह काम कर रहे हैं, जैसे वह भाजपा के नेता हों।
मोदी सरकार गैरभाजपा सरकारों के लिए आवंटित फंड को जारी नहीं कर रही है, ताकि आम आदमी परेशान हो और इन सरकारों से नाराज हो। नेशनल डेवलपमेंट काउंसिल सहित अन्य संस्थाओं को खत्म करने, योजना आयोग की जगह थिंक टैंक नीति आयोग बना देने के जरिये ऐसे सारे मंच खत्म कर दिए हैं, जहां राज्य सरकारों अपनी मांगें उठाती थीं।
भाजपा ऐसी स्थिति उत्पन्न कर रही है, जहां गैरभाजपा दल की सरकारें अपना संवैधानिक कर्तव्य पूरा करने में असमर्थ हैं। ममता ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार देश में एकदलीय निरंकुश शासन स्थापित करना चाहती है। इसलिए वक्त आ गया है कि सारे दल मिल कर प्रतिवाद करें।