भागलपुर जिले के बरारी थाना क्षेत्र मे हुए अपहरण के एक मामले में आरोपियों से सौदेबाजी और वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह करने के आरोप में आज जोगसर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष समेत तीन पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया।
भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने बताया कि बरारी थाना क्षेत्र के खंजरपुर इलाके में स्थित एक अपार्टमेंट में जमुई से अपह्रत एक युवक को रखा गया था जिसकी बरामदगी के लिए गयी पुलिस पर हुई फायरिंग और इस दौरान अपहृत युवक की सकुशल बरामदगी का मामला संदिग्ध प्रतीत हुआ था। इसके बाद पूरे मामले की जांच का जिम्मा नगर पुलिस अधीक्षक एस के सरोज को दिया गया था।
श्री भारती ने बताया कि इस मामले की जांच के दौरान श्री सरोज ने उक्त अपार्टमेंट के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जिसमें जोगसर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष बबलु कुमार पंडित, सहायक पुलिस निरीक्षक शिवशंकर दुबे एवं सहायक पुलिस अवर निरीक्षक दिलीप सिंह की अपहरणकर्ताओं से सौदेबाजी करने और इस मामले की जानकारी पहले से रहने के बावजूद नाटकीय ढंग से कार्रवाई करने की बातों को सही पाया गया। उन्होंने बताया कि इसके अलावे अपार्टमेंट के कुछ लोगों से किये गए पूछताछ में पुलिस कार्रवाई के एक दिन पूर्व जोगसर थाने के उक्त तीनो पुलिस अधिकारियों के दल -बल के साथ अपार्टमेंट में जाने की बात भी सामने आई है जिससे इन पुलिस अधिकारियों का अपहरणकर्ताओं से मिलीभगत होने का स्पष्ट संकेत मिलता है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ऐसे गंभीर मामले में तीनो पुलिस अधिकारियों के दोषी पाये की पुष्टि जांच रिपोर्ट मे होने के बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अन्य पुलिस अधिकारी एवं जवानों के संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। वहीं, इस मामले की गंभीरता को देखते हुए निलंबित किये गये तीनों पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय जांच के आदेश दे दिये गये हैं।