भगवा उतार फिर लहराया तिरंगा, उपेंद्र कुशवाहा भी गरजे
कर्नाटक में तिरंगे के अपमान पर पहली बार जदयू ने भी खोला मोर्चा। भगवा ब्रिगेड पर बरसे उपेंद्र कुशवाहा। कहा, तिरंगा का अपमान देशद्रोह है।
कर्नटक में हिजाब का विरोध करते-करते स्कूल कैंपस से तिरंगा उतार कर भगवा झंडा फहरा देने पर पहली बार जदयू ने भी विरोध दर्ज कराया। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा खुल कर भगवा ब्रिगेड के खिलाफ खड़े हुए। आज उन्होंने कहा-राष्ट्रीय झंडा तिरंगा की जगह कोई अन्य झंडा लाने की कोशिश देशद्रोह है। कर्नाटक के मा. मुख्यमंत्री और देश के मा. गृहमंत्री जी को ऐसे तत्वों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने हेतु अविलंब कदम उठाना चाहिए। यह घटना सम्राट अशोक के अपमान की एक और कड़ी है। कई लोगों ने कहा कर्नाटक में हिजाब के नाम पर लड़कियों को स्कूल-कॉलेज में प्रवेश पर रोक को फुले, आंबेडकर और नारी शिक्षा पर हमला कहा है।
इस बीच कर्नाटक में जिस कॉेलेज कैंपस में तिरंगा उतार कर भगवा झंडा फहरा दिया गया था, आज वहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भगवा उतार कर फिर से तिरंगा फहरा दिया। इसके बाद कई लोगों ने इस खबर का स्वागत किया।
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— Neeraj Kundan (@Neerajkundan) February 9, 2022
उपेंद्र कुशवाहा बिहार एनडीए के पहले नेता बन गए, जिन्होंने कर्नाटक में तिरंगे के अपमान का खुलकर विरोध किया। तिरंगे के अपमान पर भाजपा नेताओं से किसी को उम्मीद नहीं थी, लेकिन जदयू की चुप्पी पर लोग चकित थे। लेकिन आज उपेंद्र कुशवाहा ने जिस तरह इसे देश का अपमान बताया, उसके बाद उनके समर्थक भी तिरंगे के अपमान के खिलाफ बोलने लगे हैं। ट्विटर पर अनेक लोगों ने कुशवाहा के बयान का समर्थन किया है। खास बात यह कि कुशवाहा ने सम्राट अशोक के अपमान से भी तिरंगे के अपमान को जोड़ा। साफ है, वे भाजपा की सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने की कोशिशों के विरोध में हैं। संभव है, अब एनडीए के छोटे दल भी अपना स्टैंड साफ करेंगे।
मैं देशद्रोही नहीं हूं…और भाजपाई व्यवसायी ने खा लिया जहर