Bharat Bandh का व्यापक प्रभाव, मजबूर गृहमंत्री वार्ता को तैयार
Bharat Bandh का देशव्यापी कितना व्यापक प्रभाव पड़ा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि गृहमंत्री ने अचानक आज शाम 7 बजे किसान नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया है.
गृहमंत्री का यह फैसला किनता महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पहले से ही 9 दिसम्बर को वार्ता की तिथि तय थी. लेकिन एक दिन पहले ही गृहमंत्री अमित शाह ने किसान संगंठनों के प्रतिनिधियों को वार्ता के लिए बुलाया है.
‘पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, तमिलनाडु दिल्ली, बिहार समेत तमाम राज्यों में कृषि कानूनों के खिलाफ भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिला है. इस बीच आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि दिल्ली के मुख्यमंंत्री अरविंद केजरीवाल को पुलिस ने अंडर हाउस अऱेस्ट कर लिया है. इससे एक दिन पहले ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था.
तेजस्वी ने गिन के बताया कृषि कानून कैसे है किसानों के लिए आत्मघाती
इधर बिहार में राजद नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ पहले ही पटना में एफआईआर दर्ज किया जा चुका है.
बिहार के विभिन्न शहरों में सफल बंद की खबरें. लेफ्ट पार्टियों समेत महागठबंधन के तमाम घटक दल बंद को सफल बनाने के लिए सड़कों पर उतर हैं.
एक तरफ बंद का व्यापक असर पड़ा है तो दूसरी तरफ मीडिया का एक सेक्शन बंद में हुए कथित उत्पात को बंद से भी महत्वपूर्ण खबर बना कर परोसने में जुटे हैं.
बंद की निगेटिव न्यूज खोजता रहा गोदी मीजिया
कुछ मीडिया ने मुजफ्फरपुर में बंद के कारण लाखों रुपये के केले की बरबादी को बंद का कारण बताने में जुटे हैं तो कुछ अपने कवरेज में वाहनों के टायरों की हवा निकालने की खबरों को परोस रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ इस विरोध के बीच बोधगया के राजद विधायक कुमार सर्वजीत (RJD MLA Kumar Sarwjeet) कुछ अलग ही अंदाज में दिखे.
वो सड़क पर चलते हुए लोगों को गुलाब का फूल और धान की बाली देकर बंद का समर्थन करने की अपील करते रहे.