भारत में धर्मांधता और नफरत से अमेरिका नाराज, चेताया
भारत में मुसलमानों के खिलाफ नफरत और हिंसा भड़कानेवाली घटनाओं की गूंज अब अरब देशों तथा अमेरिका तक पहुंच गई है। अमेरिका ने कहा, वह वॉच कर रहा है।
हिजाब के नाम पर मुस्लिम छात्राओं को पढ़ाई से रोकना, हिजाब वाली लड़कियों को घेर कर नारेबाजी करना, फिर तोड़फोड़, हरिद्वार में धर्म संसद में मुस्लिमों के कत्लेआम के लिए उकसाने और रामनवमी के दिन देशभर में मस्जिदों के सामने उत्तेजक नारे, गाली-गलौज जैसी अनगिनत मुस्लिम विरोधी भावना भड़काने का मामला अब अमेरिका तक पहुंच गया है।
दो दिन पहले भारत और अमेरिका के विदेश मंत्रियों की बैठक में पहली बार अमेरिका ने भारत में बढ़ रही धर्मांधता तथा नफरत पर आपत्ति जताई और कहा कि भारत में मानवाधिकार हनन पर अमेरिका की नजर है। अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन द्वारा उच्च स्तरीय बैठक में मामला उठाने के बाद राजनीति गरमा गई है। संयोग ऐसा है कि अमेरिका द्वारा भारत में धर्मांधता बढ़ने का मामला उठाने के दूसरे दिन उस शैतान भगवाधारी बजरंगी को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसने एक मस्जिद के सामने मुस्लिम महिलाओं का रेप करने की धमकी दी थी। साथ ही अभी मिली खबरों के अनुसार हरिद्वार में धर्म संसद के नाम पर नफरती भाषण को लेकर पुलिस ने मुकदमा उठा लिया है।
खास बात यह कि जिस नेहरू को भाजपा और आरएसएस देश की हर समस्या के लिए जिम्मेदार बताते हैं, उस नेहरू की बातों को अमेरिकी विदेश मंत्री ने कोट करते हुए भारत को नसीहत दी। कहा, लगभग 75 साल पहले हमारे देशों के राजनयिक संबंध स्थापित करने के तुरंत बाद, प्रधानमंत्री नेहरू अमेरिका आए थे। राष्ट्रपति ट्रूमैन ने हवाई अड्डे पर उनसे मुलाकात की। प्रधानमंत्री नेहरू ने इस क्षण के महत्व को नोट करते हुए जो कुछ कहा उसे मैं पेश करता हूं- ‘मुझे विश्वास है कि पश्चिमी दुनिया और पूर्वी दुनिया के ये दो गणराज्य हमारे पारस्परिक लाभ और मानवता की भलाई के लिए मैत्रीपूर्ण और उपयोगी सहयोग में एक साथ काम करने के कई तरीके खोज लेंगे।’
इधर कुवैत कुवैत के मेम्बर ऑफ पार्लियामेंट डॉक्टर अब्द-उल-अज़ीज़ अल-सकाबी’ ने भारतीय मुसलमानों पर हो रही ज्यादती, उनके घरों, दुकानों और मसजिद पर हमले की शदीद मज़म्मत की है।
कनाडा की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह ने भारत में मुसलमानों को लेकर चिंता ज़ाहिर की है। उन्होंने लिखा- भारत में मुस्लिमों को निशाना बनाकर हो रही हिंसा की तस्वीरें, वीडियो देखकर बेहद चिंतित हूं। मोदी सरकार को मुस्लिम-विरोधी भावनाओं को उकसाने से रोकना चाहिए। मानवाधिकारों की रक्षा होनी चाहिए। कनाडा को दुनिया भर में शांति के लिए अपनी मज़बूत भूमिका निभानी चाहिए।
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