भास्कर का जवाब, कहा- मैं स्वतंत्र हूं, क्योंकि मैं भास्कर हूं
कोरोना काल में सच दिखानेवाले दैनिक भास्कर और उप्र के न्यूज चैनल भारत समाचार के यहां आयकर छापे से दोनों डरे नहीं हैं। बल्कि करारा जवाब दिया है।
आयकर छापे के बाद दैनिक भास्कर डरा नहीं है। उसने वीडियो जारी करके बताया कि किस प्रकार पूरे कोरोना काल में उसने पाठकों के सामने सच रखा। भास्कर ने कहा- मैं स्वतंत्र हूं, क्योंकि मैं भास्कर हूं। भास्कर में चलेगी पाठकों की मर्जी।
उधर, भारत समाचार भी लगातार छापे की खबर दिखा रहा है और उसके एंकर बता रहे हैं कि उनका चैनल सरकार की धमकियों और छापे से डरनेवाला नहीं है।
आज दैनिक भास्कर ने एक वीडियो जारी किया है, जो उसकी वेबसाइट पर उपलब्ध है। वीडियो में बताया गया है कि अखबार के दफ्तर में आज तड़के छापेमारी की गई। कर्मियों और अधिकारियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिये गए हैं। कई अधिकारियों के घर पर भी छापा मारा गया है। दफ्तर में कई महिला पत्रकार, कर्मी भी हैं, पर आश्यर्य छापामारी करनेवाली टीम में कोई महिला सदस्य नहीं है।
भास्कर के वीडियो में कहा गया है कि कोरोना काल में सच दिखाने वाले भास्कर पर सरकार की दबिश देखिए। किसी को दफ्तर से बाहर जाने नहीं दिया जा रहा है। हमारी पत्रकारिता से क्यों डर रही है सरकार, इसकी कुछ नजीर देख लीजिए। इसके बाद एक-एक करके कोरोना में तड़पते लोगों और सरकार के झूठ की खबरें हैं। सरकार ने जिस दिन कहा कि एक भी मौत नहीं हुई, उस दिन 629 मौतें हुईं थीं।
दैनिक भास्कर के दफ्तरों पर आयकर छापा, देशभर में विरोध
इस बीच राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बास्कर समूह पर छापे की कड़ी निंदा की है। विरोधियों को दबाने, सच को सामने आने से रोकने के लिए ईडी, आईटी, सीबीआई व अन्य एजेन्सियों का दुरुपयोग यह सरकार शुरू से कर रही है। छापेमारी को राजद ने तानाशाही कदम बताया। मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ, पर आज उसे कुंद करने की कोशिश की जा रही है।