देश के प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रिसर्च कर रहे उमर खालिद पर अभी थोड़ी देर पहले दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब के पास फायरिंग की सूचना है. हालांकि दिल्ली पुलिस के अनुसार, खालिद को गोली नहीं लगी और वे सुरक्षित हैं. वहीं, पुलिस को घटना स्थल से पिस्तौल बरामद हुई है. बताया जा रहा है कि हमलावार के हाथ से पिस्तौर गिर गई थी और वह फरार हो गया
नौकरशाही डेस्क
मिली जानकारी के अनुसार, घटना स्थल पर मौजूद एक चश्मदीद ने बताया कि उमर खालिद हमारे साथ एक कार्यक्रम में था. जब हम एक चाय के स्टॉल पर थे तभी सफेद शर्ट पहने एक शख्स पास आया उसने पहले धक्का मार फिर फायरिंग कर दी. धक्के की वजह से खालिद गिर गया और गोली उसके पास से निकल गई. उधर, जेएनयू में उनके साथी और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा है कि यह आवाज दबाने की कोशिश है.
मालूम हो कि बीते दिनों JNU कैंपस में देशद्रोह के नारे लगाने के मामले में कन्हैया कुमार के साथ उमर खलिद भी सुर्खियों में आये थे और उन्हें इस मामले में जेल भी जाना पड़ा है। ये बात दीगर है कि आज तक इस मामले में दिल्ली पुलिस ने उमर खालिद, कन्हैया कुमार समेत अन्य आरोपियों पर आरोप साबित करने में विपल रही. बता दें कि उमर खालिद महाराष्ट्र के अमरावती के तालेगांव से आते हैं, मगर वे फिलहाल दिल्ली में रहते हैं. उनके पिता सैयद कासिम रसूल इलियास दिल्ली में ही ऊर्दू की मैगजिन ‘अफकार-ए-मिल्ली’ चलाते हैं. खालिद जेएनयू के स्कूल ऑफ सोशल साइंस से इतिहास में पीएचडी कर रहे हैं. यहीं से वह इतिहास में एमए और एमफिल कर चुके हैं.