भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा आज दिल्ली में NDA में सीट शेयरिंग की घोषणा के बाद बिहार की राजनीति एक बार फिर अचानक से गरमा गई है. अमित शाह की घोषणा के महज एक घंटे के अंदर तेजस्वी यादव के साथ उपेंद्र कुशवाहा ने बंद कमरे में मुलाकात कर न सिर्फ बिहार के राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया है, बल्कि अमित शाह को भी टेंशन में डाल दिया है. इसके बाद लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के बेटे सह सांसद चिराग पासवान का भी तेजस्वी यादव से फ़ोन पर बात करने की खबर ने पूरे राजनीतिक गलियारे को गरमा दिया है.
नौकरशाही डेस्क
तेजस्वी यादव की मुलाकात अरवल सर्किट हाउस में हुई, जहां वे दोनों एक दूसरे के साथ हाथ मिलाते कंफर्टेबल नज़र आये. सूत्र बताते हैं कि कुशवाहा एनडीए के फैसले से क्षुब्ध भी थे. खबर ये भी है कि कुशवाहा ने साफ कह दिया कि इस मुलाकात पर जिसको जो सोचना है सोचे. तेजस्वी यादव ने इस मुलकात की तस्वीर अपने ट्विटर अकाउंट पर भी डाल दी, जिसमें उपेंद्र कुशवाहा न सिर्फ तेजस्वी यादव से हाथ मिलाते नज़र आये, बल्कि उनके साथ बैठ कर चाय भी पी.
इसी बीच बिहार के तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम में दूसरा धमाका तब हुआ, जब मीडिया में चिराग पासवान का तेजस्वी यादव से फ़ोन पर बात करने की बात सामने आई. हालांकि इससे पहले उन्होंने दिल्ली में पत्रकारों से कहा था कि लोजपा कॉम्प्रोमाइज करेगी, मगर कुछ ही देर बाद उन्होंने तेजस्वी यादव से फ़ोन पर बात कर एनडीए के लिए परेशानी की लकीर और लंबी खींच दी है.
बता दें कि इससे पहले दिल्ली में सीट शेयरिंग के समझौते की घोषणा खुद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की.इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि राज्य में एनडीए बड़ी ताकत बनेगा. उन्होंने कहा कि सहयोगियों को सम्मानजनक सीटें मिलेंगी. शाह ने संवाददाताओं को बताया कि बहुत दिनों से बिहार में लोकसभा चुनाव के संदर्भ में सभी साथी दलों से चर्चा चल रही थी. आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस बारे में विस्तृत चर्चा हुई और यह तय हुआ कि भाजपा और जदयू बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.