मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के हर बसाबट तक बिजली पहुंचने को राज्य के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताया और कहा कि प्रदेश के लिए इससे भी बड़ी सम्मान की बात यह है कि बिजली के इस ‘बिहार मॉडल’ को केंद्र सरकार ने अंगीकार कर लागू कर दिया है।
श्री कुमार ने विद्युत भवन परिसर में ऊर्जा विभाग से जुड़ी 3650.83 करोड़ रुपए की विभिन्न योजनाओं का रिमोट के जरिए शिलान्यास, उद्घाटन एवं लोकार्पण करने के बाद आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सात निश्चय के अंतर्गत एक निश्चय किया था कि हर इच्छुक परिवार के घर तक बिजली पहुंचा दी जाएगी। अब हर बसावट तक बिजली पहुंचाने के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है। उन्होंने कहा कि 27 दिसंबर 2017 को इस बात की घोषणा की गई थी कि हर गांव तक बिजली पहुंच गई है लेकिन कुछ बसावट बाकी रह गये थे। अप्रैल माह तक हर बसावट तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसे प्राप्त कर लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर तक बिजली का कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए विद्युत विभाग ने अन्य विभागों की मदद से ऐसे घरों का आंकड़ा उपलब्ध कराया और उस पर तेजी से काम किया गया। जब हम यात्रा पर निकले तो लोगों से उसके बारे में जानकारी ली और साथ में रहे हमारे अधिकारियों ने इस काम में आ रही दिक्कतों का तुरंत निष्पादन किया।