BJP विधायक व News18 को नहीं पता अपने देश का नाम, शर्म कीजिए
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भाजपा के विधायक नीरज बब्लू और News18Bihar के पत्रकारों से पूछिए कि हमारे देश का नाम संविधान में क्या लिखा है? हमें लगता है कि एक साधारण पत्रकार या एक मामूली पढ़ा लिखा विधायक भी जानता है, या नहीं जानता है तो उसे जानना चाहिए कि संविधान में अपने देश का नाम ‘इंडिया दैट इज भारत’ कहा गया है.
संविधान में कहीं भी भारत के बदले ‘हिंदुस्तान’ नहीं लिखा है.
कुछ लोग भारत को ‘हिंदुस्तान’ भी बोलते हैं. पर यह कोई आधिकारिक नाम नहीं है. इसलिए हम संवैधानिक या औपचारिक कार्यक्लाप में भारत या इंडिया कहते हैं.
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लेकिन आज जब विधान सभा में नवनिर्वाचित विधायकों के शपथग्रहण की प्रक्रिया चल रही थी तो एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल ईमान ने प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी से कहा कि वह उर्दू में ( जो कि असेम्बली की अधिकृत भाषा है) में शपथ लेंगे. लेकिन उर्दू में ‘भारत’ की जगह ‘हिंदुस्तान’ लिखा है. लिहाजा वह ‘भारत’ शब्द कहने की अनुमति चाहते हैं. इस पर स्पीकर ने कहा कि यही परम्परा चली आ रही है. इसके बाद अख्तरुल ईमान ने शपथ पढ़ते हुए भारत शब्द का इस्तेमाल किया.
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अख्तरुल ईमान एक पढ़े लिखे और गंभीर नेता हैं. उन्होंने गलत परम्परा को दुरुस्त करने का साहस दिखाया. इस पर उनकी तारीफ होनी चाहिए. लेकिन हुआ इसका उलटा. इसे एक गंभीर व नकारात्मक खबर के रूप में News18Bihar ने परोसना शुरू कर दिया. उसने अपने टीवी स्क्रीन पर टीजर चलाना शुरू कर दिया- एआईएमआईएम विधायक के ‘विवादित बोल’.
ऐसे पत्रकारों से पत्रकारिता शर्मशार
यह पत्रकारिता का शरारतपूर्ण या यूं कहें कि तुच्छ मानसिकता से की गयी पत्रकारिता है. या आपको अगर इतना भी पता नहीं कि ‘हिंदुस्तान’ अपने देश का औपचारिक नाम है ही नहीं, तो फिर आपको पत्रकारिता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं. आपको रोजी-रोटी के लिए कोई और माध्यम चुनना चाहिए ताकि आप समाज को अपनी अज्ञानता के कारण भ्रमित न कर सकें.
लेकिन मुझे लगता है कि न्यूज18 बिहार के कुछ पत्रकार नफरती मानसिकता से ओतप्रोत हैं. यह वही चैनल है जिसने इसी साल अप्रैल के महीने में नेपाल से कोरोना संक्रमण भारत में फैलाने की की बकवास खबर फैला कर खुद की इज्जत मिट्टी में मिलाई थी. तब न्यूज 18 के पत्रकारों की काफी थु-थु हुई थी. तब इसके पत्रकारों ने एक नेपाली मदरसे से भारत में कोरोना फैलाने की अफवाह उड़ाई थी. जबकि उस मदरसे का वजूद नेपाल में था ही नहीं. खैर.
आज के मामले में अफवाह और नफरत का पलिता लगाने के लिए News18Bihar के पत्राकार ने भाजपा विधायकों को उकसाना शुरू कर दिया. सबसे पहले उसने नीरज कुमार बब्लू को पकड़ा. नीरज बब्लू ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा- जिनको हिंदुस्तान बोलने में आपत्ति है उन्हें पाकिस्तान चला जाना चाहिए. भाजपा के एक अन्य विधायक ने भी इसी तरह की भाषा बोल दी.
हमें इस बात पर शर्मिंदा नहीं होना चाहिए कि एक जनप्रतिनिधि अज्ञानी हो सकता है. क्योंकि विधायक बनने के लिए संविधान ने कोई शैक्षिणिक योग्यता तय नहीं की है. फिर भी हमें यह आशा करना चाहिए कि एक विधायक इतना तो जरूर जाने कि अपने देश का नाम क्या है. मगर ऐसे लोग हमारे सदन के सदस्य बन जायें जिन्हें संविधान की पहली पंक्ति का अता-पता नहीं तो यह समाज का दुर्भाग्य है. या अगर नीरज बब्लू जैसे विधायक( जो अप्लाड सांइस में ग्रेजुएट हैं) उन्हें अपने देश का संवैधानिक नाम पता है फिर भी वह जहर उगल रहे हैं तो यह उनकी विभाजनकारी राजनीति है. पर इससे यह साफ हो चुका है कि 2020 में भाजपा ने जदयू से ज्यादा सीटें जीत कर यह तय कर लिया है कि वह बिहार में नफरत की सियासत करेंगे. समाज को बाटेंगे. घृणा फैला कर राज्य की कानून व्यवस्था को खराब करेंगे.