विधायकों की पिटाई मामले में नया मोड़, पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई तय
विधानसभा में घुस कर विपक्षी विधायकों को लात-जूतों से पीटने के मामले में तेजस्वी यादव द्वारा साक्ष्य पेश करने पर स्पीकर विजय सिन्हा का रुख बदलता दिख रहा है.
बिहार के इतिहास में पहली बार विस में घुसी पुलिस, विधायकों को पीटा
खबर है कि विधानसभा अध्यक्ष ने पटना आयुक्त संजय अग्रवाल व पटना प्रक्षेत्र के आईजी संजय के साथ बैठक कर निर्देश दिया कि दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाये.
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान 23 मार्च को विधानसभा परिसर में स्विपीकर के आसन के सामने धरना दे रहे विपक्षी विधायकों को बाहर से पुलिस बुलवा कर पिटवा गया था. अलग-अलग विडियो में स्पष्ट देखा गया था कि पुलिस वाले विधायकों को जानवरों की तरह घसीट रहे हैं और उन्हें लात जूतों से पीट रहे हैं. पिटे जाने वाले विधायकों में अनेक की उम्र 60 साल से भी ज्यादा थी.
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानसभा अध्यक्ष को साक्ष्य के तौर पर अनेक विडियो उपलब्ध कराया था और कार्वाई की मांग की थी.
इसी के आलोक में विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक की थी. इसकी सूचना देते हुए निदेशक संजय सिंह ने बताया है कि सभाध्यक्ष श्री सिन्हा ने कहा कि व्यवहार तथा मर्यादा की लक्ष्मण रेखा लांघने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती, फिर चाहे वह माननीय सदस्य हों या कोई पुलिस अथवा प्रशासनिक अधिकारी। हर हाल में माननीय सदस्यों के साथ सौम्यतापूर्वक व्यवहार किया जाना चाहिए। विधायकों के सम्मान से कोई समझौता नहीं किया जा सकता और सदन की गरिमा सर्वोपरि है। सभाध्यक्ष श्री सिन्हा ने विधायकों से किये गये दुर्व्यवहार के दोषी पुलिसकर्मियों की पहचान कर दृश्य, श्रव्य एवं साक्ष्य के आधार पर जांच करते हुए उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का निदेश आयुक्त तथा पुलिस महानिरीक्षक को दिया।
बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने इन अधिकारियों के साथ सभा सचिवालय के सीसीटीवी से लिये गये घटना के वीडियो फुटेज तथा नेता प्रतिपक्ष द्वारा उपलब्ध कराये गये वीडियो फुटेज को भी देखा।