बिहार में गंगा पर निर्माणाधीन पुल आज तीसरी बार गिरा, तो देशभर में #Bihar ट्रेंड करने लगा। देश के सभी अखबारों के डिजिटल एडिशन तथा न्यूज पोर्टलों पर एक ही पुल के तीसरी बार गिरने की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की गई है। सोशल मीडिया पर एनडीए सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का लोग मजाक उड़ा रहे हैं। बिहार में विकास की क्वालिटी की पोल खुल गई है।
दरअसल भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में निर्माणाधीन अगुवानी पुल का 9 नम्बर का स्लैब और पिलर शनिवार की सुबह गंगा नदी में समा गया। यह पुल तीसरी बार गिरा है। हर बार सरकार कहती है कि जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, लेकिन न कभी जांच पूरी होती है और न किसी के खिलाफ कार्रवाई होती है।
सोशल मीडिया पर हजारों लोग अब तक पुल गिरने का फोटो शेयर कर चुके हैं। लोग पूछ रहे हैं कि बिहार में कैसा विकास हो रहा है। कई लोगों ने लिखा कि पुल ने खुद कर गिरने की हैट्रिक लगाई। किसी ने लिखा कि पुल गिरना बिहार में जारी भ्रष्टाचार का परिणाम है।
पुल गिरने की घटना पर भाजपा-जदयू ने चुप्पी साध ली है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी चुप हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि तीसरी बार निर्माणाधीन पुल के गिरने का मतलब है कि, ज़रूर कहीं न कहीं इसकी संरचना में कमज़ोरी होगी, इसकी जांच होनी चाहिए।
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राजद ने लिखा- चुनाव पूर्व आनन-फानन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शिलान्यास किया गया करोड़ से अधिक की लागत से वर्षों से निर्माणाधीन पुल ने तीसरी बार गिरकर हैट्रिक बनाई। अप्रैल में हवा के झोंके से भी यह पुल गिरा था, अब पानी के झोंके से गिरा। – नीतीश कुमार कथित रूप से इतने ईमानदार है कि . लंबा पुल साल में नहीं बन पाए और बार गिर गया। बेचारे इसका दोष सृष्टि और से पूर्व की अपनी दृष्टि को देकर सुशासन बाबू बन सकते है।
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