बिहार सरकार के बजट पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने गजब घेरा है। कहा कि एनडीए सरकार का आखिरी बजट है। आखिरी इसलिए कि इसके बाद चुनाव में यह सरकार फिर नहीं आने वाली है। कहा कि आज बजट का सरकारी पन्नों पर झूठ और जुमलों की स्याही से लिखा भाषण पढ़ा है। जमीनी सच्चाई यह है कि बिहार आधुनिक सुविधाएँ तो छोड़िए अब भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है।सरकार राजस्व सृजन कर नहीं पा रही है लेकिन बजट को बढ़ा दे रही है। इन्हें कुर्सी और सरकार बचाने की चिंता है लेकिन हमें बिहार बचाने और बनाने की चिंता है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश सरकार जमीन से पूरी तरह कट चुकी है। जनता महंगाई, बेरोजगारी से त्रस्त है और सरकार वही 15 साल पुरानी बातें कर रही है कि पांच घंटे में लोग पटना पहुंचेंगे, तो चार घंटे में पहुंचेंगे। सवाल यह है कि गरीब परिवारों के जीवन का दर्द कैसे कम किया जाए।
उन्होंने कहा कि हमने सरकार से कहा था कि माई-बहिन योजना को लागू करिए। हर महिला को हर महीने ढाई हजार दीजिए। इससे लाखों गरीब परिवारों की चिंता थोड़ी कम होगी। हमने कहा था कि 200 यूनिट बिजली फ्री करिए, इससे महंगाई की मार कमजोर होगी और लोगों का जीवन बेहतर होगा, लेकिन नीतीश सरकार को बिहार के गरीब लोगों की बिल्कुल चिंता नहीं है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार तथा भाजपा को सत्ता बचाने की चिंता है, बिहार की जनता की चिंता नहीं है। खुद के बारे में कहा कि राजद को बिहार के गरीबों की चिंता है। यह भी कहा कि 2025 में हमारी सरकार बनते ही राज्य की जनता के हित में ये सारे कदम उठाए जाएंगे।
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