बिहार कैबिनेट : पिछड़ा, अत्यंत पिछड़ा के लिए योजनाओं पर मुहर

बिहार कैबिनेट : पिछड़ा, अत्यंत पिछड़ा के लिए योजनाओं पर मुहर। सड़क हादसे में मौत पर अब मिलेंगे पांच लाख रु। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद दवा के लिए सहयोग।

बिहार कैबिनेट की मंगलवार को हुई बैठक में 18 एजेंडे पर मुहर लगी। पिछड़ा और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए कई योजनाओं के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। सड़क हादसे में अब मौत होने पर पांच लाख रु मुआवजा राशि दी जाएगी। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद मरीज को दवा के लिए दो लाख 16 हजार रुपए मिलेंगे। मुख्यमंत्री चिकित्सा अनुदान राशि पहले साल के लिए 6-6 महीने पर दो किस्तों में दी जीएगी।

मोटर यान अधिनियम 1988 की धारा 146 की उप धारा 2 के प्रावधानों के आलोक में राज्य सरकार के स्वामित्व वाले बीमा रहित मोटर वाहनों से हुई दुर्घटना में मृतक के आश्रितों को ₹500000 मुआवजा राशि दी जाएगी। गंभीर घायलों को ढाई लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ा वर्ग सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तहत पूर्व से सम्मिलित परीक्षाओं के अतिरिक्त संघ लोक सेवा आयोग नई दिल्ली, केंद्रीय कर्मचारी चयन आयोग विभिन्न राज्य लोक सेवा आयोग विभिन्न बैंकिंग सेवा भारती बोर्ड आईबीपीएस तथा विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित परिशिष्ट एक के अनुसार विभिन्न प्रतियोगिता प्रारंभिक परीक्षा को सम्मिलित करते हुए उक्त परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले राज्य के अत्यंत पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को निर्धारित दर के अनुसार प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराने के लिए 9 करोड़ 79 लाख 50 हजार रुपए व्यय की स्वीकृति दी गई। पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के अंतर्गत बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम पटना में कुल वार्षिक व्यय 71 लाख 61 हजार मात्र पर 7 नए पदों के सृजन एवं प्रशासनिक संरचना के लिए स्वीकृति दी गई।

राज्य के विभिन्न वर्गों के गरीब परिवारों के आर्थिक विकास के लिए बिहार लघु उद्यमी योजना की स्वीकृति दी गई। दिल्ली स्थित बिहार भवन के विकास की योजमा को भी स्वीकृति दी गई।

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