बिहार कैडर के आईएएस का हुआ रिव्यू, अब नौ सीएस
केंद्रीय कार्मिक विभाग ने बिहार कैडर के आईएएस का रिव्यू कर दिया है। कई नए पद बनाए गए हैं। बिहार में आईएएस अधिकारियों की संख्या भी बढ़ गई है।
कोरोना के कारण दो वर्षों के विलंब से हुए बिहार कैडर के आईएएस के रिव्यू के बाद कई बदलाव किए गए हैं। प्रदेश में अब आईएएस अधिकारियों की संख्या बढ़ गई है। पहले जहां राज्य में कुल 324 आईएएस अधिकारी थे, वहीं अब आईएएस अधिकारियों की संख्या बढ़कर 359 हो गई है। बिहार प्रशासनिक सेवा से भी प्रोन्नति का रास्ता साफ हे गया है। बिहार प्रशासनिक सेवा से पांच अधिकारी प्रोन्नति पाएंगे। यह संख्या बढ़ भी सकती है।
राज्य में कई नए पद भी बढ़े हैं। पहले राज्या में जहां मुख्य सचिव रैंक में पांच कैडर थे, वहीं अब इसे बढ़ाकर छह कर दिया गया है। वैसे कुल मिलाकर अब राज्य में सीएस रैंक के पदों की संख्या नौ हो गई है। प्रधान सचिव का एक पद राज्य में कम कर दिया गया है। पहले यह संख्या 25 थी, जिसे घटाकर 24 कर दिया गया है।
संयुक्त बिहार में पले-बढ़े सीबीआई के नए चीफ सुबोध जायसवाल
इस बदलाव के साथ इस साल बिहार को 35 अतिरिक्त आईएएस अधिकारी मिलेंगे, जिससे इनकी संख्या राज्य में 359 हो जाएगी। रिव्यू में आईजी कारा के पद को सचिव रैंक से नीचे करते हुए विशेष सचिव रैंक का कर दिया गया है।
मालूम हो कि केंद्रीय कार्मिक विभाग हर पांच साल पर आईएएस अधिकारियों का कैडर रिव्यू करता है, लेकिन इस बार यह दो वर्ष की देरी से हुआ। पिछला रिव्यू 2014 में हुआ था।
दो महीना पहले मार्च में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नए आईएएस अधिकारियों की बिहार में नियुक्ति की मांग केंद्र से की थी। बिहार कम आईएएस अधिकारियों के कारण पहले से ही विकास कार्यों को लागू करने में कठिनाई महसूस कर रहा था। अब केंद्र से नए आईएएस मिलेंगे, जिससे प्रशासन बेहतर होगा।