तीसरे चरण के मतदान से पहले नीतीश ने चले कौन से तीन दांव ?
बिहार चुनाव के तहत तीसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार ख़त्म हो चूका है. लेकिन इससे पहले वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तीन बड़े दांव चले हैं. राज्य के सियासी गलियारों में नीतीश के Gesture Politics (इशारा राजनीति) को चुनाव में जीत हासिल करने की आखिरी कोशिश बताया जा रहा है.
नीतीश कुमार ने गुरुवार को तीसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार के अंतिम दिन बिहार के पूर्णिया जिले के धमदाहा विधानसभा की जनसभा में वोट मांगते हुए कहा कि यह उनका अंतिम चुनाव है. ऐसा माना जा रहा है कि इससे जनता में उनके प्रति सहानुभूति पैदा हो सकती है. जिससे जदयू को फायदा मिलने की सम्भावना बताई जा रही है.
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बिहार चुनाव के तीसरे चरण के अंतर्गत 16 जिलों के 78 विधानसभा सीटों पर शनिवार को मतदान होना है. जहाँ चुनाव होना है उनमे से ज़्यादातर सीटें राज्य के उत्तरी बिहार और सीमांचल इलाके में हैं जहाँ मुस्लिम समुदाय की बहुलता है.
तीसरे चरण के अंतर्गत जिन 78 सीटों पर चुनाव होने वाले हैं. वहां 2015 के बिहार विधान सभा चुनाव में महागठबंधन ने (जदयू,राजद और कांग्रेस) 78 सीटों में से कुल 54 सीटों पर जीत दर्ज की थी जिसमें से 24 सीटें जदयू के खाते में गयी थी जबकि राजद ने 20, भाजपा ने 19 और कांग्रेस ने 10 सीटों पर जीत हासिल की थी. 5 सीटें अन्य पार्टियों के खाते में गयी थी.
ज़ाहिर है जब तीसरे चरण में ज़्यादातर सीटें सीमांचल इलाके में है जहाँ मुस्लिम समुदाय की घनी आबादी है ऐसे में नीतीश कुमार जो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं उन्होंने मुस्लिम मतदाताओं को अपनी तरफ करने के लिए Gesture Politics शुरू कर दी है.
गुरुवार को नीतीश कुमार ने चुनाव प्रचार ख़त्म कर जब पटना लौटे तब उन्होंने पटना हाई कोर्ट स्थित हज़रात पीर मुराद शाह की मज़ार पर चादरपोशी की और दुआ मांगी. इससे पहले नीतीश ने ईद मिलाद-उन-नबी के मौके पर फुलवारी स्थित खानकाह मुजिबिया में चादरपोशी भी की थी.
यह भी उल्लेखनीय है कि अगर उनके हालिया बयान को देखे तो वह मुस्लिम समुदाय को आश्वस्त करते नज़र आ रहे हैं. NDTV के मुताबिक गुरुवार को ही नीतीश कुमार ने मुस्लिम बहुल किशनगंज जिले में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि किसी में इतना दम नहीं है कि वो हमारे लोगों को देश से बाहर कर दे. बता दें कि उसी दिन योगी आदित्यनाथ ने एक चुनावी सभा में बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से बाहर फेंकने की बात कही थी.
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हलाकि नीतीश कुमार ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि उनके इस बयान को योगी आदित्यनाथ की बयानबाजी से जोड़कर देखा जा रहा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल कटिहार में एक जनसभा के दौरान नागरिकता संशोधन कानून के बारे में बोलते हुए कहा था कि बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए घुसपैठियों को बाहर निकालकर फेंक दिया जाएगा.