कई राज्यों के चुनाव आयोग की वेबसाइट बंद होने से देश में बवाल हो गया है। राजद ने बिहार चुनाव आयोग की वेबसाइट से मतदाता सूची हटाने को लेकर कड़ा विरोध किया है। कहा कि यह मतदाताओं के साथ धोखा है। आज ही राहुल गांधी ने बेंगलूरु में चुनाव चोरी के खिलाफ आयोजित सभा को संबोधित करते हुए बताया कि बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान के चुनाव आयोग की बेवसाइट बंद कर दी गई है।

इधर राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि पिछले कई दिनों से लगातार मांग किए जाने के बावजूद चुनाव आयोग द्वारा जारी प्रारुप में हटाए गए मतदाताओं की कैटगरी वाइज सूची उपलब्ध नहीं कराई गई है। जबकि लोगों को गुमराह करने के लिए चुनाव आयोग कह रही है कि राजनीतिक दलों द्वारा दावा या आपत्ति नगण्य है।

राजद प्रवक्ता ने कहा कि जब चुनाव आयोग कह रही है कि मतदाता सूची से 22, 34,501 मृत लोगों का नाम हटा दिया गया है , तो विधानसभा क्षेत्र और मतदान केन्द्र संख्या सहित उनका नाम देने में क्या आपत्ति है। इसी प्रकार स्थानांतरित, दो जगह नाम वाले, अनुपस्थित मतदाताओं के नाम कैटगरी वाइज क्यों नहीं उपलब्ध कराई जा रही है। किस प्रमाणिकता के आधार पर राजनीतिक दलों के बीएलए दावा या आपत्ति दाखिल करेंगे। स्थानीय स्तर पर भी बीएलओ द्वारा बीएलए को यह सूची नहीं दी जा रही है , केवल बीएलए या राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ फोटो खींचवा कर यह सबूत तैयार कराया जा रहा है कि चुनाव आयोग पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ मतदाता पुनरीक्षण का काम कर रही है।

राजद प्रवक्ता ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कल जिस प्रकार से चुनाव आयोग द्वारा किए गए धांधली कि पर्दाफाश किया है बिहार में एसआईआर के नाम पर उससे भी बड़ा धांधली करने की साजिश चल रही है। यह अब प्रमाणित हो गया है कि जिस प्रकार चुनाव आयोग के मिलीभगत से वोटों की चोरी कर भाजपा केन्द्र एवं अन्य राज्यों में सरकार बनाने में कामयाब रही है बिहार में उससे भी विभत्स तरीके से वह चुनाव आयोग के सांठगांठ से जीत हासिल करना चाह रही है। आखिर क्या कारण है कि चुनाव आयोग के बेवसाइट से राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश सहित बिहार का मतदाता सूची चुनाव आयोग के बेवसाइट से हटा दिया गया है

By Editor