मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा समाप्त कर ली है। एनडीए में शामिस सभी दल लगातार जिलों में संयुक्त रैली कर रहे हैं। और सबसे बड़ी बात की दिल्ली में भाजपा की जीत से पार्टी नेतृत्व और जनाधार उत्साहित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दो दिन बाद चुनावी अभियान की शुरुआत भागलपुर से करने वाले हैं। चुनाव आयोग भी बदला जा चुका है और अमित शाह के करीबी अधिकारी रह चुके ज्ञानेश कुमार को कमान मिल चुकी है। इस स्थिति में राजनीतिक जानकारों का कहना है कि बिहार में समय से पहले भी चुनाव हो सकता है।
बिहार में समय से पहले चुनाव की चर्चा के पीछे भाजपा का यह मानना है कि एनडीए पूरी तरह तैयार है, जबकि इंडिया गठबंधन में चुनाव की तैयारी के लिए एक भी बैठक नहीं हुई है। गंठबंधन अभी तक चुनाव के लिए तैयार नहीं दिख रहा है। इस स्थिति में जल्द चुनाव कराने से भाजपा को फायदा होगा।
इस बीच विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आज बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि जब मन हो, तब चुनाव करा ले सरकार। हम पूरी तरह तैयार हैं। माना जा रहा है कि उन्हें भी इस बात का आभास है कि दिल्ली चुनाव परिणाम के बाद भाजपा नेतृत्व जल्द चुनाव करा सकता है। तेजस्वी ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग के बारे में क्या कहना। वह तो भाजपा का चियरलीडर्स बना हुआ है। शनिवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की भूमिका पर लगातार सवाल उठ रहे हैं, इसके बावजूद वे पूरी तरह तैयार हैं।
भाकपा माले की की राज्यव्यापी रैली में 2 मार्च को पटना में होगी। इस बीच कांग्रेस के नए प्रभारी कृष्णा अलावरु के पटना में संबोधन के बाद कांग्रेस जनों में उत्साह है। अलावरु अगले हफ्ते से बिहार यात्रा शुरू कर रहे हैं। कहा जा सकता है कि गठबंधन के दल भी तेजी से चुनाव के लिए तैयार हो रहे हैं। क्या चुनाव समय से पहले होगा, इसका उत्तर प्रधानमंत्री की भागलपुर यात्रे के बाद मिल सकता है।