बिहार की फजीहत का बदला झारखंड में BJP से लेगा JDU!
जदयू को पता है कि बिहार में बड़ा भाई वाली हैसियत किसने खत्म की। पिछले चुनाव में हुई फजीहत का बदला झारखंड में BJP से लेने की तैयारी में JDU!
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बिहार एनडीए में दो साल पहले तक जदयू बड़ा भाई था। भाजपा की हैसियत छोटे की थी। लेकिन 2020 विधानसभा चुनाव में खेला हो गया। खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हनुमान बतानेवाले चिराग पासवान ने चुनाव में उन्हीं सीटों पर उम्मीदवार उतारा, जहां जदयू चुनाव लड़ रहा था। चिराग के पीछे कौन था, यह भी लोग जानते हैं। परिणाम आया, तो जदयू बड़े भाई की हैसियत खोकर छाटा बन गया। लगभग 40 सीटों पर चिराग के कारण जदयू को हार का मुंह देखना पड़ा। अब लगता है, बिहार में हुई फजीहत का बदला लेने की तैयारी में है जदयू। उसने झारखंड के खीरू महतो को राज्यसभा प्रत्याशी बनाया है।
पिछले झारखंड विधानसभा चुनाव में जदयू ने भाजपा से सम्मानित सीटें पाने की कोशिश की, लेकिन भाजपा ने भाव नहीं दिया। फिर जदयू ने झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में 40 पर प्रत्याशी उतार दिए। हालांकि उसे किसी सीट पर जीत नहीं मिली।
जब से जदयू बिहार में छोटा भाई बना है, तब से उस पर भाजपा का दबाव है। जदयू इस दबाव को कम करने का प्रयास करता रहा है। अब झारखंड से खीरू महतो को राज्यसभा भेजने की तैयारी है। उनकी जीत भी पक्की है। इसके बाद खीरू महतो झारखंड में भाजपा की राह में कांटे बोएंगे, ताकि उसे दबाव में लाया जा सके और 2024 में होनेवाले विधानसभा चुनाव में जदयू का खाता खोल सकें। अगर भाजपा ने फिर सम्मानजनक हिस्सा नहीं दिया, तो इस बार जदयू ज्यादा सीटों पर ताकत दिखाएगा। जाहिर है, इससे नुकसान भाजपा को ही होगा। खीरू महतो के पास तैयारी का मौका भी है। पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह ने भी कहा है कि झारखंड में पार्टी को मजबूत करना है। जदयू मजबूत होगा, तो भाजपा के आधार में ही सेंधमारी करके। बिहार एनडीए की लड़ाई का विस्तार अब झारखंड में देखने को मिलेगा।
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