बिहार में महंगाई बहुत कम, विरोध प्रदर्शन का कोई तुक नहीं : जदयू
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व के कारण बिहार में महंगाई बहुत कम है। विरोध प्रदर्शन का कोई तुक नहीं।
जनता दल (यू) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने विपक्ष द्वारा महंगाई के विरुद्ध निकाले जाने वाले विरोध यात्रा पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व एवं आर्थिक सुव्यवस्था के फलस्वरूप बिहार में खुदरा महंगाई दर राष्ट्रीय औसत से काफी कम है। ऐसी स्थिति में बिहार में इस विरोध यात्रा का कोई औचित्य ही नहीं है।
कुशवाहा ने कहा कि आरबीआई ने खुदरा महंगाई दर की अधिकतम सीमा 6 प्रतिशत तय की थी जिसका पालन करने में बिहार पूरे तौर पर कामयाब रहा है। जून 2022 में बिहार में खुदरा महंगाई दर मात्र 4.68 प्रतिशत रही, जबकि इसी कालावधि में देश के अन्य विकसित प्रदेशों में खुदरा महंगाई दर 7 से 10 प्रतिशत तक थी। लैंड लाक्ड और भूगर्भीय संपदा रहित प्रदेश के बावजूद बिहार का यह प्रदर्शन काबिले तारीफ है परन्तु दुर्भाग्य से विपक्ष विरोध करने के क्रम में बिहारी अस्मिता और यहां के किसानों, कामगारों, युवाओं एवं व्यवसायिओं के मेहनत और उनकी ईमानदारी पर भी भरोसा नहीं रखते। उनसे सरकार के प्रयासों को सराहने की उम्मीद रखना ही अपने आप में बेमानी है।
प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि जब देश में खुदरा महंगाई दर 7.01 प्रतिशत रही तो वहीं बिहार में मात्र 4.68 प्रतिशत एक बड़ी उपलब्धि है। दूसरी ओर दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में भी खुदरा महंगाई दर बिहार से ज्यादा रही है। तेलंगाना में यह 10ः से अधिक, आंध्रप्रदेश व हरियाणा में 8ः से अधिक जबकि महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और बंगाल में खुदरा महंगाई दर 7ः से ज्यादा रही है। विभिन्न कारणों से महंगाई वर्तमान समय में एक वैश्विक समस्या बन चुकी है फिर भी बिहार का प्रदर्शन शानदार रहा है क्योंकि मुख्यमंत्री जी के लिए बिहार के लोगों की खुशहाली शुरू से ही सर्वोपरि रही है।
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