बिहार में सीटों के बंटवारे पर हलचल बढ़ी, डी. राजा पहुंचे CM आवास
बिहार में सीटों के बंटवारे पर हलचल बढ़ी, डी. राजा पहुंचे CM आवास। सीपीआई के लिए की दो सीट की मांग। केसी त्यागी ने कहा कांग्रेस की मांग अव्यावहारिक।
बिहार में इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर हलचल बढ़ गई है। सोमवार को सीपीआई के महासचिव डी. राजा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे। दोनों में आधे घंटे तक बात हुई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने सीपीआई के लिए दो सीट की मांग की है। नीतीश कुमार और डी राजा में अच्छे संबंध रहे हैं। पिछले दिनों सीपीआई की पटना रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल भी हुए थे। याद रहे जब भी सीटों के बंटवारे की चर्चा होती है, तो आम तौर से राजद, जदयू, कांग्रेस तथा माले की चर्चा होती है, जबकि सीपीआई का राज्य के कुछ इलाकों में अच्छा असर है।
जदयू नेता के सी त्यागी ने रविवार शाम दिल्ली में पत्रकारों से कहा कि समय बहुत कम है और जितनी तैयारी होनी चाहिए, वह नहीं हो पा रही है। सीटों का बंटवारा हो जाना चाहिए था। संयुक्त सभाओं का कार्यक्रम भी अभी तक नहीं बना है, जबकि भाजपा अपनी तैयारी कर चुकी है। उन्होंने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि उसे अपनी प्राटी की चिंता है, जबकि जदयू को इंडिया गठबंधन की चिंता है। उन्होंने बंगाल कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी की आलोचना करते हुए कहा कि राष्ट्रपति शासन की मांग अनुचित है। इससे भाजपा को फायदा होगा। इधर केसी त्यागी के हवाले से मीडिया में खबरे चल रही हैं कि जदयू ने 17 सीटों पर प्रत्याशी देने का निर्णय ले लिया है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई। मालूम हो कि पिछली बार भाजपा से तालमेल के साथ जदयू को 16 सीटों पर जीत मिली थी। किशनगंज की सीट पर उसे हार मिली थी। यहां से कांग्रेस जीती थी।
इधर कांग्रेस खेमे से मिली जानकारी के अनुसार उसकी मांग पांच सीटों की है। हालांकि वह चार सीटों पर भी मान सकती है। माले की मांग भी दो सीटों की है, उसे एक सीट पर मनाने की कोशिश हो रही है। सीपीआई कीभी दो सीटों की मांग है, लेकिन उसे किस तरह एडजस्ट किया जाएगा, इसका फार्मूला खोजा जा रहा है। हालांकि इंडिया गठबंधन के सभी दलों का दावा है कि सीटों का तालमेल हो जाएगा। सभी दल अपना दावा पेश करते हैं, लेकिन अंत में व्यावहारिक तरीका निकाल लिया जाएगा।
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