आरएसएस के बड़े नेता इंद्रेश कुमार ने भाजपा को अहंकारी कह दिया। कहा कि अहंकार के कारण जनता ने 240 सीटों पर रोक दिया। यह भी कहा कि अहंकार के खिलाफ यह प्रभु का न्याय है। इससे पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भाजपा नेतृत्व को निशाने पर लिया था। उन्होंने मणिपुर हिंसा मामले को भी उठाते हुए मोदी सरकार को घेरा था। अब आज शुक्रवार को भागवत की मुलाकात यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से होने वाली है। इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है।
संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने जयपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली को निशाना बनाया। 2024 के लोकसभा चुनाव को ही देख लीजिए। जिन्होंने राम की भक्ति की, लेकिन उनमें धीरे-धीरे अहंकार आ गया। भगवान ने अहंकार के कारणउन्हें 240 सीटों पर ही रोक दिया।
इंद्रेश कुमार के बयान के बाद भाजपा सकते में हैं। इसी के साथ संघ तथा भाजपा नेतृत्व का मतभेद खुल कर सामने आ गया है। हालांकि संघ पर भी सवाल उठ रहे हैं कि मणिपुर हिंसा साल भर पहले शुरू हुई। विपक्ष इसे लगाता उठाता रहा। प्रधानमंत्री आज तक देखने नहीं गए। कभी मणिपुर का नाम नहीं लेते। विपक्ष की आलोचना के बाद भी संघ आखिर क्यों चुप रहा, यह सवाल बना हुआ है। अभी तक संघ ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया है कि उसने मणिपुर पर मुंह खोलने में एक साल का वक्त क्यों लगाया।
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उधर कांग्रेस ने संघ के बयान को महत्व नहीं दिया है। अग्निवीर, महंगाई, बेरोजगारी, प्रधानमंत्री के लगातार झूठ बोलने, एक साथ सौ-सौ सांसदों को निलंबित किए जाने से लेकर विपक्ष की आवाज दबाने तक संघ ने कभी मुंह नहीं खोला। कई लोग मानते हैं कि संघ खुद को अलग दिखा कर अपनी चमड़ी बचाना चाहता है, जबकि सच्चाई यही है कि संघ ने देश में हिंदू-मुस्लिम बंटवारे की राजनीति, नफरत की राजनीति को हमेशा हवा दी। इसके साथ ही मोदी सरकार में अपने लोगों को महत्वपूर्ण पदों पर बैठाता रहा। जो हो, लेकिन मदी-मोदी करने वाले परेशान दिख रहे हैं।
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