पत्रकार रवीश पूछ रहे हैं कि क्या प्रधानमंत्री मोदी रेड्डी बंधुओं पर बिना पेपर के 5 मिनट बोल सकते हैं?
बेल्लारी के रेड्डी बंधुओं के कारण राज्य को कितने राजस्व का नुकसान हुआ, इसके तीन आंकड़े हैं। संतोष हेगड़े की रिपोर्ट के अनुसार 12,000 करोड़ का नुकसान हुआ।
सिद्धारमैया सरकार की एच के पाटिल कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार 1 लाख करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ। ये कर्नाटक के एक साल के बजट के बराबर है। 2 जी केस की तरह यह सब अनुमान के आधार पर नहीं हैं। बल्कि लोकायुक्त से लेकर सुप्रीम कोर्ट की कमेटियों ने अन्य माइनिंग कंपनियों के निर्यात और कर चोरी के आधार पर हिसाब लगाया था। इसमें अगर आप जस्टिस हेगड़े कमेटी के पांच गुना जुर्माना को शामिल करें रेड्डी बंधुओं ने 11 लाख करोड़ का नुकसान किया।
स्टेट न्यूज के सुगता श्रीनिवास अपनी सहयोगी निधि को बता रहे हैं कि संतोष हेगड़े रिपोर्ट के अनुसार 3 करोड़ लौह अयस्क की स्मगलिंग की। राजस्व चोरी की गई। सिद्धारमैया सरकार की कैबिनेट ने एक कैबिनेट सब कमेटी बनाई थी। एच के पाटिल कमेटी ने रेलवे से लेकर अन्य सोर्स से जब आंकड़े जुटाये तो पता चला कि 35 करोड़ टन लौह अयस्क की स्मगलिंग की गई। इस लिहाज़ से एक लाख करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ।
बीजेपी ने रेड्डी बंधुओं को इस चुनाव में गले लगा लिया है। प्रधानमंत्री रेड्डी बंधुओं के स्वागत पर कुछ नहीं बोलते हैं। बोल ही नहीं पाएंगे। रेड्डी बुंधुओं के दो सदस्यों को टिकट दिया गया। जनार्दन रेड्डी को कल ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वे बेल्लारी प्रचार के लिए नहीं जा सकते हैं। इस हालत में भी प्रधानमंत्री रेड्डी बंधुओं के बारे में नहीं बोलते हैं। इसके बदले बेल्लारी जाकर बोल आए कि बेल्लारी का अपमान हुआ है कि यहां चोर डाकू रहते हैं। जनता के अपमान के नाम पर प्रधानमंत्री रेड्डी बंधुओं को क्लिन चीट दे दी। मगर सुगता श्रीनिवासन ने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार ने भी जुर्माना वसूलने में सख्ती नहीं दिखाई। अगर कांग्रेस सख्ती दिखाई होती तो आज नज़ारा कुछ और होता। कांग्रेस भी लचर फचर वाला काम करती है।
आप स्टेट न्यूज़ की वेबसाइट पर इस बातचीत को देख सकते हैं। समझ सकते हैं कि रेड्डी बंधुओं की राजनीतिक औकात क्या है, भ्रष्टाचार के मामले में कैसे ये उत्तर भारत के तमाम नेताओं पर भारी पड़ते हैं।