झारखंड के पाकुड़ में मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश को भाजपाई गुंडों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. इस दौरान ये लफंगे जय श्री राम का नारा लगा रहे थे.
मुकेश कुमार की रिपोर्ट
पाकुड़(झारखंड)। लिट्टीपाड़ा में पहाड़िया समुदाय को संबोधित करने मंगलवार को पहुंचे स्वामी अग्निवेश पर भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। स्वामी अग्निवेश की पिटाई के बाद कार्यकर्ताओं ने भोजपुरी में नारा लगाते हुए कहा कि ‘अगर भारत में रहे के होई, बन्दे मातरम कहे के होई…।’ उनके विवादित बयानों से नाराज कार्यकर्ताओं ने स्वामी की जूते-चप्पलों से पिटाई की।पिटाई के बाद स्वामी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
स्वामी अग्निवेश लिट्टीपाड़ा में अखिल भारतीय आदिम जनजाति विकास समिति दामिन दिवस के 195 वर्षगांठ पर यहां पहुंचे थे। इससे पूर्व उन्होंने पाकुड़ के होटल मुस्कान में प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता के बाद वह जैसे ही लिट्टीपाड़ा जाने के लिए निकले बाहर मौजूद भाजयुमो कार्यकर्ताओं की भीड़ ने उनके खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए। साथ ही काला झंडा भी दिखाया। फिर आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने स्वामी अग्निवेश की जमकर पिटाई कर दी। हमले की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ अशोक कुमार सिंह, नगर थाना प्रभारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्वामी को भीड़ से निकाल कर अस्पताल पहुंचाया।
छत्तीसगढ़ के सक्ति में जन्मे स्वामी अग्निवेश ने कोलकाता से कानून और बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। पढ़ा की बाद उन्होंने आर्य समाज में संन्यास ग्रहण किया। इस दौरान 1968 में उन्होंने आर्य सभा नाम की राजनीतिक पार्टी बनाई। फिर 1981 में दिल्ली में बंधुआ मुक्ति मोर्चा की स्थापना की। स्वामी राजनीति में भी सक्रिय रहे। हरियाणा से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीतकर मंत्री भी बने। हरियाणा में मजदूरों पर लाठीचार्ज की एक घटना के बाद उन्होंने मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया और राजनीति को अलविदा कह दिया