भाजपा के टीकाकरण घोटाला पर RJD-Congress ने बोला धावा
21 को मध्यप्रदेश में 17 लाख लोगों को Vaccine दिया गया, फिर 22 जून को यह अचानक घटकर 4 लाख हो गया। राजद और कांग्रेस ने सीधे प्रधानमंत्री को घेरा।
प्रधानमंत्री सहित भाजपा के सारे नेताओं ने 21 जून को खूब ढिंढोरा पीटा कि भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान टल रहा है। मध्यप्रदेश में 21 जून को 16,91,967 लोगों को टीका दिया गया। उसके दूसरे दिन ही यह घटकर सिर्फ 4,825 रह गया। इससे पहले 20 जून को सिर्फ 692 लोगों को टीका दिया गया।
इस तथ्य के साथ राजद और कांग्रेस ने भाजपा पर धावा बोल दिया है। भाजपा के बड़े-बड़े नेता सन्न हैं। कोई जवाब देने सामने नहीं आ रहा है। राजद–कांग्रेस ने तथ्यों के साथ सोशल मीडिया में भाजपा को घेरते हुए कहा अन्य भाजपा शासित राज्यों में भी यही हाल है। 20 जून को टीकाकरण धीमा कर दिया गया, कई राज्यों में तो नाम मात्र के लिए टीकाकरण हुआ और दूसरे दिन बड़ी तादाद में टीका दिया गया। तीसरे दिन फिर वही सुस्त चाल।
विपक्षी दलों ने कहा कि टीकाकरण के नाम पर मोदी सरकार लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही है। टीका ही कोविड से बचाव का सबसे कारगर उपाय है, इसे गंभीरता से लेने के बजाय मोदी सरकार का सारा ध्यान इस बात पर है कि कैसे उसे वाहवाही मिले।
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कांग्रेस ने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी प्रेस वार्ता में कहा था कि टीकाकरण कोई इवेंट नहीं है, बल्कि यह लोगों की जान बचाने की प्रक्रिया है। क्या मोदी और उनके समर्थक समझेंगे कि इस सस्ते किस्म के प्रचार से लोगों की जान नहीं बचाई जा सकती। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि मोदी सरकार में सबकुछ इवेंट और इमेज मैनेजमेंट बन कर रह गया है। तीसरी लहर आने की आशंका है, पर मोदी सरकार की इस दिशा में कोई तैयारी होती नहीं दिख रही है। नीचे चार्ट है, जिसे सोशल मीडिया में खूब शेयर किया गया।