बिहार सरकार में भाजपा के मंत्री नीरज बबलू के एक मुस्लिम विरोधी बयान से हंगामा हो गया है। उन्होंने कहा कि सड़क पर नमाज पढ़ कर जाम मत लगाइए। नमाज के लिए जो जगह निर्धारित है, वहीं नमाज पढ़िए। जगह कम पड़े, तो कब्रिस्तान में नमाज पढ़िए। उनका यह बयान सीधा मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलानेवाला है। इससे यह भी स्पष्ट है कि भाजपा के मंत्री के दिल में समाज के एक वर्ग के खिलाफ कितनी घृणा भरी है। राजद सहित अन्य दलों ने जोरदार विरोध किया है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश में नमाज पढ़ने को लेकर ऐसे ही नफरत भरे बयान आते रहे हैं। वहां पुल्स ने सड़क पर नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी है। साथ ही पुलिस ने अपने घर की छतों पर भी नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं दी है। इसे लेकर काफी विरोध हो रहा है। लोगों का कहना है कि वे अपनी छत पर भी नमाज पढ़ नहीं सकते, यह सरासर निजी स्वतंत्रता पर हमला है। पुलिस का कहना है कि छत पर नमाज पढ़ने से हादसा हो सकता है।
सोशल मीडिया में लोग कह रहे हैं कि कांवड़ यात्रा में महीने भर सड़क को बंद कर दिया जाता है, लेकिन क्या अलविदा नमाज कोई सड़क पर नहीं पढ़ सकता है। यह सरासर भेदभाव है।