हिंसुआ के भाजपा विधायक अनिल सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘लाकडाउन की मर्यादा’ को रौंदते हुए एसडीएम से वाहन पास प्राप्त कर राजस्थान से अपनी बेटी को बुला लाये. इस संबंध में एसडीएम का पत्र सोशल मीडिया पर लीक हो गया है.
ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भारी आलोचना की जद में आ गये हैं. इस मामले में वरिष्ठ पत्रकार संजय वर्मा ने नीतीश कुमार को आईना दिखाया है.
संजय वर्मा
मुख्यमंत्री जी,लॉक डाउन घोषित होने के बाद से कोई खुसरूपुर से पटना नहीं जा पा रहा । क्योंकि उसके लिये डीएम का पास होना चाहिये वह पास किसको किस परिस्थिति में जारी होता है इसका स्पष्ट उल्लेख्य परिवहन सचिव के पत्र में है.
कोटा में बिहार के हज़ारो छात्र फंसे हैं जो विभिन्न कारणों से परेशान हैं. खाने पीने से लेकर मानसिक परेशानी झेल रहे हैं. वे लौटना चाहते हैं. अपने माँ बाप के साथ रहना चाहते है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी ने बहुत संवेदनशीलता दिखाई और कोटा में पढ़ रहे छात्रों को 200 बस भेजकर बुलाके उनके मां बाप परिवार से मिला दिया.
पर आप सोशल डिस्टेन्स का हवाला देकर उन बच्चों से कह रहे हैं कि जो जहाँ है, वहां रहे. यह आपका निहायत कठोर निर्मम सोंच है. उधर बच्चे डिप्रेशन में रो रहे हैं. तो उनकी चिंता में उनके माता पिता परिवार के बुरा हाल है.
इस बीच आपके मित्र दल भाजपा के हिंसुआ के विधायक अनिल सिंह को एसडीएम ने नियम कानून को ताक पर रख या लात मारके उनके स्कोर्पियो को पास जारी कर दिया. और विधायक ने कोटा से एमबीबीएस की तैयारी में लगी पुत्री को वापिस घर ले आए। विधायक ने कहा वह पिता धर्म निभा रहे हैं. इसके पूर्व भी अनेक माननियो ने अपने बच्चों बच्चियों को अपनी गाड़ी का उपयोग कर कोटा से ले आये। अब आप इसे किस रूप में लेंगे।
क्या डीएम, एसडीएम पर करवाई करेंगे जिसने पास निर्गत किया या विधायक के विरुध्द कार्रवाई करेंगे.