भाजपा की मोहम्मद अली जिन्नाह पर घृणा पॉलिटिक्स को खुद उसी की सांसद ने बेपर्दा कर दिया है. पहले स्वामी प्रसाद मौर्य और अब सांसद सावित्री बाइ फुले ने पार्टी लाइन से हटने का साहस दिखाते हुए कहा है कि जिन्नाह महापुरुष हैं और उनकी तस्वीर भारत में जहां जरूरत हो वहां लगाई जानी चाहिए.
सावित्री बाई फुले ने यह बयान तब दिया है जब खुद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जिन्नाह को इस तरह भारत में महिमामंडित किया जायेगा तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
योगी के इस बयान की धज्जी खुद उनके काबीना मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने उड़ा दी और कहा कि जिन्ना महापुरुष हैं. यहां तक कि मौर्य ने योगी की प्रतक्रिया की धज्जी उड़ाते हुए कहा था कि जिन्ना महापुरुष हैं और उनका योगदान इस देश के लिए बहुत बड़ा था.
मौर्य ने कहा अगर कोई उनका अपमान करता है तो यह काफी घटिया बात है. मौर्य ने यहां तक कहा था कि अगर ऐसी घटिया बात उनकी पार्टी के विधायक, सांसद या कोई और नेता करे तो इसका मतलब है कि लोकतंत्र में उसका कोई विश्वस नहीं है.