भाजपा ने हद की, घोड़े को अपने झंडे के रंग में रंग दिया

भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा शुरू हुई। यात्रा के लिए रथ बनाए और घोड़ों को भाजपा के झंडे के रंग में रंग दिया। मेनका गांघी के एनजीओ ने की शिकायत।

आज से भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा शुरू हुई। मध्यप्रदेश में पूरे ताम-झाम के यात्रा निकली। पार्टी ने इसके लिए एक रथ तैयार किया था। रथ में जुते घोड़ों को भाजपा के झंडे के रंग में रंग दिया गया। प्रचार पाने के लिए भाजपा ने हद कर दी। एक बेजुबान जीव को रंग दिया। इस बीच एनडीटीवी की खबर के अनुसार भाजपा सांसद मेनका गांधी के एनजीओ ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है।

पत्रकार अनुराग द्वारी ने रंगे हुए घोड़ों की तस्वीरों के साथ ट्वीट किया- बेशर्मी की पराकाष्ठा है, एक बेजुबान को @BJP4India@BJP4MP के रंगों से रंग दिया क्योंंकि सिर्फ जनआर्शिवाद यात्रा में कुछ अलग से नज़ारा दिखाना था … हद है! कई लोगों ने इस यात्रा के दौरान जमी भीड़ पर भी सवाल उठाए हैं। पूछा है कि क्या कोविड के नियम केवल बेराजगार प्रदर्शनकारियों के लिए ही हैं। आखिर किस आधार पर पुलिस ने इतनी भीड़ जमा करने की छूट दी। मालूम हो कि कल ही मध्यप्रदेश में प्रदर्शनकारियों बेरोजगार युवकों-युवतियों पर पुलिस ने लाठी चार्ज की थी। उन्हें भी कोविड के नियमों का हवाला दिया गया था।

सर्वमित्रा सुर्जन ने ट्वीट किया-उत्तराखंड में भाजपा नेता की लाठी से घोड़े शक्तिमान की कैसी दर्दनाक मौत हुई थी। मोर को दाना चुगाने वालों ने तब भी कुछ नहीं किया था।

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पहले भी प्रचार का महत्व था, पर कैडर प्रमुख होते थे। अब पार्टी का पूरा ध्यान प्रचार पर रहता है। इसके लिए बेशुमार पैसे खर्च किए जाते हैं। जैसे ही कोई सवाल करता है, तुरत जवाब में गाली-गलौज करनेवालों को उतार दिया जाता है। आखिर घोड़े को खास रंग में रंग देने का क्या औचित्य है? क्या इसके बिना कार्यक्रम नहीं हो सकता था?

By Editor